नासिक, 29 अक्टूबर: पूर्व केंद्रीय कृषि और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की प्याज निर्यात और आयात नीति की निंदा की और कहा सरकार की विरोधाभासी नीति के कारण प्याज का स्वाद कड़वा हो गया है।
श्री पवार ने बुधवार को भजबल नॉलेज सिटी में प्याज उत्पादों और व्यापारियों के साथ बैठक के दौरान यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि प्याज के निर्यात को रोकने के लिए केंद्र सरकार के विरोधाभासी फैसले के कारण प्याज किसानों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने प्याज को आवश्यक वस्तुओं की सूची से हटा दिया था। उन्होंने मांग की कि प्याज पर लगे प्रतिबंध को जल्द से जल्द हटाया जाए।
उन्होंने कहा कि प्याज की समस्या केंद्र और राज्य सरकार के पास नहीं है। उन्होंने कहा कि वह केंद्र से संबंधित विभागों के प्रमुखों के साथ प्याज के मुद्दे को उठाएंगे।
उन्होंने व्यापारियों को प्याज के बाजारों को फिर से खोलने की सलाह दी और कहा कि उनके संकट को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
एनसीपी प्रमुख ने प्याज के परिवहन पर 25 टन की टोपी पर भी नाराजगी जताई।