अयोध्या में माहौल फिर से गरमाता जा रहा है हजारों से सैनिकों का जत्था रेल और हवाई यातायात के जरिए अयोध्या पहुंच चुका है सिर्फ एक ही नारा है राम मंदिर का निर्माण हो कर रहेगा कल अयोध्या में धर्मशाला भी है जिसे लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर लिए गए जय श्रीराम जय श्रीराम के नारे की गूंज लगातार बढ़ती जाती है, अयोध्या में एक तरफ जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर लिए गए हैं वहीं दूसरी तरफ कारसेवकों का जमावड़ा भी बढ़ता चला जा रहा है
2 दिन पहले महाराष्ट्र के थाने से शिव सैनिकों का रवाना हुआ पहला जत्था देर रात अयोध्या पहुंच चुका है इसी भ्रम के साथ अबकी बार अयोध्या में मंदिर निर्माण के बाद ही लौटेंगे हाथों में भगवा ध्वज और माथे पर भगवा पट्टी और टोपी जबान से बस जय श्रीराम जय श्रीराम
शिवसेना ने दो ट्रेनें बुक करके अयोध्या के लिए कारसेवकों को रवाना कर दिया ट्रेन कल देर रात में पहुंची दूसरी की ट्रेन आज सुबह अयोध्या पहुंची, बताते चलें कि 25 नवंबर को शिव सैनिकों की अयोध्या में धर्मसभा है लेकिन उससे पहले अयोध्या में माहौल गर्म हो रहा है ऐसा प्रतीत होता है कि मानो 6 दिसंबर 1992 की घटना कहीं घटित ना हो जाए आम जनता के मन में इसका खौफ बना हुआ है प्रमुख उद्धव ठाकरे भी आज अयोध्या पधारने वाले हैं लेकिन आप की बार शिवसेना ने राम मंदिर निर्माण पर बीजेपी को पीछे धकेलते हुए इस मुद्दे पर अपना वर्चस्व कायम करने की सियासी कोशिश भी कर रही है पहले ट्रेन से कार्यकर्ताओं का अयोध्या कुछ हुआ और बाद में हवाई यात्रा के जरिए शिवसैनिक प्लेन में सवार होकर अयोध्या पहुंचे, इससे इंकार नहीं किया जा सकता है कि धर्म सभा से पहले शहर में तनाव का माहौल है वहीं प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम का दावा भी किया है अयोध्या और फैजाबाद में धारा 144 तक लागू कर दी गई है अयोध्या में माहौल गर्म हो रहा है
वहीं मौजूद कार सेवकों का एक जत्था यह गुहार लगा रहा है कि अगर मोदी जी चाहते तो कानून बनाकर मंदिर का निर्माण कर देते और योगी जी ने तो मंदिर के निर्माण के लिए कोई आंदोलन भी नहीं चलाया
साधु संतों का जमावड़ा भी अयोध्या में बढ़ता जा रहा है ज्यादातर साधु भी राम मंदिर निर्माण की वकालत करते हुए राम नगरी में टेंशन का पारा लगातार ऊपर उठा रहे जिम्मेदारी आप केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की ज्यादा है जिनके कंधों पर यह भार है हालात कहीं नियंत्रण से बाहर ना हो जाए क्योंकि अयोध्या में माहौल गर्म है
जय श्री राम की नारों की गूंज और साधु संतों का जमावड़ा कारसेवकों का हुजूम क्या होने वाला है यह कहना अभी बहुत मुश्किल है लेकिन आने वाला वक्त आम जनता को चिंतित और परेशान कर रहा है