नई दिल्ली. टीम इंडिया के अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी एक बार फिर मैदान पर वापसी की दहलीज़ पर खड़े हैं. लंबे समय तक चोट के चलते अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहने के बाद शमी ने रणजी ट्रॉफी में अपने पुराने अंदाज़ में वापसी की है.
उनकी धारदार गेंदबाज़ी और फिटनेस ने चयनकर्ताओं को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या अब उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज़ में मौका दिया जाना चाहिए. सूत्रों के मुताबिक, शमी ने ट्रेनिंग सत्रों में भी बेहतरीन रफ्तार और नियंत्रण दिखाया है, जिससे टीम मैनेजमेंट का भरोसा बढ़ा है.
हालांकि, उनकी संभावित वापसी के बीच चीफ सेलेक्टर अजित अगरकर के साथ मतभेद की खबरें भी सामने आ रही हैं.
माना जा रहा है कि चयन नीति और टीम बैलेंस को लेकर दोनों के बीच राय अलग-अलग है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि क्या शमी अपनी फिटनेस और प्रदर्शन के दम पर इन विवादों को पीछे छोड़ते हुए एक बार फिर टीम इंडिया की टेस्ट प्लेइंग इलेवन में जगह बना पाते हैं. टीम का चयन 8 या 9 नवंबर को हो सकता है.
शमी की फिटनेस का फोबिया खत्म!
इस रणजी सीजन के पहले दो मैचों में लंबे स्पेल फेंकने और 15 विकेट लेने वाले शमी ने वैसे तो अपनी फिटनेस साबित कर दी है और उनके समर्थन में उनके टीम के साथ भी बेलने लगे है.
अभिषेक पोरेल ने अभी तक मौजूदा सीजन के दोनों रणजी मैच मोहम्मद शमी के साथ खेले हैं. उन्होंने आगे बताया, “पिछले 2 मैचों में उन्होंने जो स्पेल किए हैं, वे बेहद असाधारण रहे हैं. दुनिया के कुछ चुनिंदा गेंदबाज ही इस तरह के स्पेल कर पाते हैं. जैसा उन्होंने उत्तराखंड के खिलाफ मैच में चौथे दिन की सुबह किया था.
उनके उस स्पेल को देख समझ आ रहा था कि एक डोमेस्टिक और लीजेंड गेंदबाज में क्या अंतर होता है.”बता दें कि ऑस्ट्रेलिया टूर से वापस आने पर भारत, दक्षिण अफ्रीका की मेजबानी करेगा. भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका 2 टेस्ट मैचों की सीरीज 14 नवंबर से शुरू होगी जिसका पहला मैच शमी के पसंदीदा मैदान ईडेन गार्डन पर खेला जाएगा.


















