चेरी का रस पीने की आदत रक्तचाप में कमी लाने के लिए दवाओं जितनी ही फायदेमंद साबित होती है।
यह बात ब्रिटेन में होने वाली एक चिकित्सा अनुसंधान में सामने आई है।
नॉर्थ अम्ब्रिया विश्वविद्यालय अनुसंधान में बताया गया है कि 60 मिलीलीटर चेरी के रस को पानी में मिलाकर पीने से 3 घंटे के भीतर रक्तचाप में 7 प्रतिशत तक कमी आती है।
रक्तचाप में इतनी कमी स्ट्रोक का खतरा 38 प्रतिशत या हृदय रोग के 23 प्रतिशत तक कम करने के लिए पर्याप्त है।
गौरतलब है कि उच्च रक्तचाप इस समय दुनिया भर में बहुत आम बीमारी बन चुका है जिसका इलाज नहीं होने की स्थिति में हार्ट अटैक, हार्ट निलेयर, गुर्दे के रोग, स्ट्रोक और मानसिक गिरावट का खतरा बढ़ जाता है।
इस नए शोध में 15 लोगों पर प्रयोग किए गए जिनमें उच्च रक्तचाप के प्रारंभिक लक्षणों का निदान हुआ था।
इन लोगों को 60 मिलीलीटर चेरी का रस 100 मिलीलीटर पानी में मिलाकर दिया गया और परिणाम से पता चला कि इसके बाद रक्तचाप में 7 प्रतिशत तक कमी आई।
शोधकर्ताओं के विचार में चेरी का रस रक्तचाप पर इसलिए सकारात्मक प्रभाव करता है क्योंकि यह स्वाभाविक रूप से एक विरोधी आकसाईडिंट निनोलक एसड से भरपूर होता है।
उनका कहना था कि रक्त धमनी और हृदय रोगों अक्सर ऐसे कारणों के कारण पैदा होते हन जिन्हें नियंत्रित किया जा सकता है।
उनके अनुसार इन खतरों में उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, तंबाकू के उपयोग, शारीरिक गतिविधियों की कमी और मधुमेह शामिल हैं।
यह अनुसंधान चिकित्सा पत्रिका अमेरिकन जर्नल ऑफ नैदानिक पोषण में प्रकाशित हुई।
नोट: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। पाठकों इस संबंध में अपने चिकित्सक से भी अवश्य सलाह लें।