लंदन : विश्व कप 2019 का 14वां मुकाबला रविवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच लंदन के द ओवल मैदान पर खेला जा रहा है। भारत के 352 रन के जवाब में बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया टीम 316 रन ही बना सकी, जिससे भारत ने 36 रनों से जीत हासिल की।
वैसे आखिरी ओवरों में मैक्सवेल (28) व कैरी (55*) ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतक जमाया और टीम को 300 के पार जरूर ले गए जबकि वह अपनी टीम को जीत दिलाने में असफल रहे।
टीम इंडिया ने अपने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को हराकर विश्व कप में अपना विजयी अभियान शुरू किया था।
भारत ने हालांकि दक्षिण अफ्रीका को लगभग एकतरफा अंदाज में मात दी थी, लेकिन फिर भी कुछ जगह ऐसी हैं जहां उसे काम करने की जरूरत है। उदाहरण के तौर पर लंबी साझेदारियां।
वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने अपने पिछले मैच में वेस्टइंडीज को हराया था। इस जीत के लिए हालांकि उसे संघर्ष करना पड़ा था लेकिन उस संघर्ष ने बता दिया था कि ऑस्ट्रेलिया क्यों कुछ ही महीनों में खिताब की दावेदार टीम के रूप में नजर आने लगी है।
79 रनों पर पांच विकेट खोने के बाद नाथन कल्टर नाइल और स्टीव स्मिथ के बीच हुई शतकीय साझेदारी ने टीम को सम्मानजनक स्कोर दिया और फिर मिशेल स्टार्क ने विंडीज के दिग्गज क्रिस गेल तथा अहम बल्लेबाजों के विकेट ले अपनी टीम की जीत दिलाई।
इसके पहले स्टीव स्मिथ 69 रन बनाकर आउट हो गए उस्मान ख्वाजा ने आउट होने के पहले 42 रनों की पारी खेली।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत टीम इंडिया के मुकाबले अच्छी नहीं रही। 13.1 ओवर में कंगारू टीम को कप्तान आरोन फिंच के रूप में पहला झटका लगा। वह 36 रन पर बनाकर रनआउट हो गए। पहले विकेट के लिए फिंच और वॉर्नर के बीच 61 रन की साझेदारी हुई।
भारतीय टीम की ओर से बुमराह व भुवनेश्वर ने 3-3 विकेट लिए जबकि चहल ने दो खिलाड़ियों को आउट किया।
सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के शतक और शीर्ष क्रम की उम्दा बल्लेबाजी से भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप लीग मैच में रविवार को यहां पांच विकेट पर 352 रन बनाए। धवन ने 109 गेंद में 16 चौकों की मदद से 117 रन की पारी खेलने के अलावा साथी सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (57) के साथ पहले विकेट के लिए 127 और कप्तान विराट कोहली (82) के साथ दूसरे विकेट के लिए 93 रन की साझेदारी की।
कोहली ने हार्दिक पंड्या (27 गेंद में 48 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिए 9 . 5 ओवर में 81 रन और महेंद्र सिंह धोनी (14 गेंद में 27 रन) के साथ 37 रन की तेजतर्रार साझेदारी की जिससे भारत अंतिम 10 ओवर में 116 रन जोड़कर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी भी टीम की ओर से विश्व कप का सर्वाधिक स्कोर खड़ा करने में सफल रहा।
कोहली ने 77 गेंद की अपनी पारी में दो छक्के और चार चौके मारे। आस्ट्रेलिया की ओर से मार्कस स्टोइनिस सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 62 रन देकर दो विकेट चटकाए। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद शिखर और रोहित ने शतकीय साझेदारी करके भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई।
टूर्नामेंट में टीम इंडिया की यह लगातार दूसरी जीत है। इससे पहले भारत ने अपने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को छह विकेट से हराया था। वहीं, ऑस्ट्रेलिया की इस टूर्नामेंट में यह पहली हार है। बता दें कि भारतीय टीम ने आठ साल बाद वर्ल्ड कप में कंगारुओं को हराया है। इससे पहले भारत ने 2011 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। इस मुकाबले में शानदार पारी खेलने के लिए सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
शिखर और रोहित ने सतर्क शुरुआत की जिससे भारतीय टीम पहले सात ओवर में 22 रन ही जोड़ सकी। रोहित इस बीच दो रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब मिशेल स्टार्क (74 रन पर एक विकेट) के पारी के दूसरे ओवर में ही नाथन कोल्टर नाइल (63 रन पर एक विकेट) ने शार्ट मिडविकेट पर उनका कैच टपका दिया।
धवन ने पांचवें ओवर में पैट कमिंस (55 रन पर एक विकेट) पर पारी का पहला चौका जड़ा और फिर कोल्टर नाइल का स्वागत तीन चौकों के साथ किया। भारत ने पावर प्ले में बिना विकेट खोए 41 रन बनाए। धवन इस बीच पैर की जकड़न से परेशान रहे और फिजियो को मैदान पर उनके उपचार के लिए आना पड़ा।
पहला पावरप्ले पूरा होने के बाद रोहित और शिखर ने स्वच्छंद होकर बल्लेबाजी की। रोहित ने लेग स्पिनर एडम जंपा और कामचलाऊ स्पिनर ग्लेन मैक्सवेल पर चौके जड़े और इस दौरान आस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 2000 रन पूरे करने वाले भारत के दूसरे और दुनिया के चौथे बल्लेबाज बने।
रोहित ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ सिर्फ 37वें मैच की 37वीं पारी में यह उपलब्धि हासिल की जो किसी भी बल्लेबाज के किसी भी टीम के खिलाफ सबसे कम पारियों में 2000 रन हैं। रोहित ने कोल्टर नाइल पर पारी का पहला छक्का जड़ा।
धवन ने स्टोइनिस की गेंद पर एक रन के साथ 53 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जबिक रोहित ने स्टार्क पर चौके के साथ 61 गेंद में 50 रन के आंकड़े को छुआ। रोहित हालांकि इसके बाद कोल्टर नाइल की गेंद पर विकेटकीपर एलेक्स कैरी को आसान कैच दे बैठे।
उन्होंने 70 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा। धवन को इसके बाद कप्तान कोहली के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिला। दोनों ने तेजी से रन जुटाए और 34वें ओवर में भारत का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। धवन ने स्टोइनिस की गेंद एक रन के साथ 95 गेंद में शतक पूरा किया। इस गेंद पर कोहली गेंदबाजी छोर पर रन आउट होने से बचे जिसके बाद ओवर थ्रो पर एक रन लेकर धवन ने शतक पूरा किया।
धवन इसके बाद अधिक देर नहीं टिक सके और स्टार्क की गेंद पर छक्का जड़ने की कोशिश में बाउंड्री पर स्थानापन्न खिलाड़ी नाथन लियोन को कैच दे बैठे। हार्दिक पंड्या पहली ही गेंद पर भाग्यशाली रहे जब विकेटकीपर कैरी ने उनका आसान कैच टपका दिया।
दुर्भाग्यशाली गेंदबाज कोल्टर नाइल रहे। कोहली ने मैक्सवेल की गेंद पर एक रन के साथ 55 गेंद में 50वां अर्धशतक पूरा किया। विश्व कप मैच में यह सिर्फ दूसरा मौका है जब भारत के शीर्ष तीन बल्लेबाज 50 या इससे अधिक रन बनाने में सफल रहे हैं।
इससे पहले 2011 में नागपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत ने यह उपलब्धि हासिल की थी। पंड्या ने जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए मैक्सवेल, जंपा और कमिंस पर छक्के जड़े। कोहली ने भी स्टार्क पर छक्का मारा। भारत के 300 रन 46वें ओवर में पूरे हुए। पंड्या हालांकि इसी ओवर में मिड आफ पर कप्तान आरोन फिंच को कैच दे बैठे।
उन्होंने 27 गेंद का सामना करते हुए चार चौके और तीन छक्के मारे। धोनी भी तेजी से 27 रन बनाने के बाद अंतिम ओवर में स्टोइनिस को उन्हीं की गेंद पर कैच दे बैठे जबकि इसके बाद कोहली भी पवेलियन लौटे।
टीम इंडिया ने अपने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को हराकर विश्व कप में अपना विजयी अभियान शुरू किया था।
भारत ने हालांकि दक्षिण अफ्रीका को लगभग एकतरफा अंदाज में मात दी थी, लेकिन फिर भी कुछ जगह ऐसी हैं जहां उसे काम करने की जरूरत है। उदाहरण के तौर पर लंबी साझेदारियां।
वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने अपने पिछले मैच में वेस्टइंडीज को हराया था। इस जीत के लिए हालांकि उसे संघर्ष करना पड़ा था लेकिन उस संघर्ष ने बता दिया था कि ऑस्ट्रेलिया क्यों कुछ ही महीनों में खिताब की दावेदार टीम के रूप में नजर आने लगी है।
79 रनों पर पांच विकेट खोने के बाद नाथन कल्टर नाइल और स्टीव स्मिथ के बीच हुई शतकीय साझेदारी ने टीम को सम्मानजनक स्कोर दिया और फिर मिशेल स्टार्क ने विंडीज के दिग्गज क्रिस गेल तथा अहम बल्लेबाजों के विकेट ले अपनी टीम की जीत दिलाई।