नई दिल्ली.टेलीकॉम कंपनियां कस्टमर्स को इस्तेमाल में न आ पाया डाटा, आगे यूज करने के ऑफर दे रही हैं, लेकिन नॉर्मल स्पीड पर रोजाना 2 जीबी से ज्यादा डाटा वे अब भी नहीं दे रहीं हैं।
असल में कंपनियों के पास डाटा मुहैया करवाने की कैपेसिटी कम और कस्टमर ज्यादा हैं। ऐसे में अगर वे प्रति कस्टमर पर्सनल डाटा की खपत लिमिटेड कर देती हैं, तो ज्यादा कस्टमर्स को थोड़ा-थोड़ा डाटा दे सकती हैं। डाटा लिमिट के बाद इंटरनेट की स्पीड को नॉर्मल करने के लिए भी कस्टमर बूस्टर रिचार्ज करवाते हैं। यह एक्स्ट्रा कमाई है।