लखनऊ। अब हृदय रोग सें पीडि़त मरीजों को केजीएमयू व पीजीआई के अलावा एराज मेडिकल कालेज एण्ड हॉस्पिटल में भी सर्जरी की सुविधा मिल सकेगी। गुरूवार को हॉस्पिटल के सीटीवीएस में ओपीडी सेवाएं शुरू हो गयीं। ओपीडी यूनिट का उदघाटन करते हुए एरा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अब्बास अली मेंहदी ने विभागाध्यक्ष डॉ. खालिद को बधाई ।

डॉ. खालिद ने बताया कि अभी तक हृदय के मरीजों का इलाज कार्डियोलॉजी विभाग में होता रहा है लेकिन अब हदय की सर्जरी की सेवाएं सीटीवीएस(कार्डियो थोरेसिक वैस्कुलर सर्जरी) विभाग में शुरू होने जा रही हैं। सर्जरी की सेवा एक सप्ताह बाद आरम्भ होंगी।
उससे पूर्व गुरूवार से ओपीडी सेवाएं चालू कर दी गयी हैं। ओपीडी यूनिट में डॉ. खालिद अपनी टीम के साथ मरीजों को इलाज देंगे। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से डिग्री ले चुके डॉ. खालिद जाने माने हृदय रोग विशेषज्ञ हैं और कई बड़े चिकित्सा संस्थानों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। डॉ. खालिद बैंगलोर फोर्टिस हॉस्पिटल, कोलकाता, के एमबीएम बिरला हॉस्पिटल व मेडिका हॉस्पिटल में बतौर हृदय रोग विशेषज्ञ कार्य कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि ओपीडी में आने वाले मरीज को चिकित्सीय परामर्श देने के साथ आवश्यकतानुसार उनकी सभी जांचे की जाएंगी। जांच में यदि सर्जरी की नौबत आयी तो हृदय व उससे सम्बन्धित अंगों की सर्जरी की सुविधा चिकित्सालय में ही उपलब्ध करायी जाएगी। ओपीडी यूनिट का उद्घाटन करते हुए एरा विवि के कुलपति प्रो. अब्बास अली मेंहदी ने का कि यह विकास की ओर बढाया गया एक कदम है। उन्होंने विभागाध्यक्ष डॉ. खालिद को आवश्वासन दिया कि यूनिट को और विस्तार देने में प्रबंधन की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा।
प्रो मेंहदी ने बताया कि आने वाले समय में चिकित्सालय में एराज मेडिकल कालेज एण्ड हॉस्पिटल में कैंसर रोगियों को पूर्ण इलाज मिलेगा। एराज कैंसर के रिसर्च एवं इलाज के सेन्टर के भांति कार्य करने की योजना बना रहा है। कार्यक्रम में एराज मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. एमएम फरीदी समेत कई अन्य चिकित्सक व अधिकारी मौजूद थे।
केरल बाढ़ पीडि़तों को एरा नी दी 10 लाख की मदद
एरा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अब्बास अली मेंहदी ने बताया कि एरा विवि की ओर से केरल बाढ़ पीडि़तों के लिए दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। सहायता धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोश में जमा करायी जाएगी। उन्होंने विवि एवं एराज मेडिकल कालेज एण्ड हॉस्पिटल के चिकित्सकों, छात्र-छात्राओं एवं कर्मचारियों से अपील की कि यदि कोई बाढ़ पीडि़तों के लिए आर्थिक सहायता करना चाहता है तो आगे आकर सहायता दे सकता है।