तुर्क सैनिकों ने उत्तरी सीरिया में एक छापे के दौरान दाइश के सरग़ना अबू बक्र अल-बग़दादी की बहन को पकड़ लिया है।तुर्क अधिकारियों का कहना है कि 65 वर्षीय रसमिया अवद को उनके पति, बहू और पांच बच्चों के साथ अलिप्पो प्रांत स्थित अज़ज़ शहर के निकट एक कंटेनर से पकड़ा गया है।
एक तुर्क अधिकारी ने अपना नाम ज़ाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया है कि पकड़े गए बग़दादी के परिजनों ने पूछताछ की जा रही है।
Turkish media claims that isis leader abubakar al baghdadi's sister captured by turk forces. https://t.co/kzfKETm9xC
— ⲘꪗƬ͢? (@Myth_420) November 5, 2019
अधिकारी का कहना था कि इस तरह की चीज़ों को इंटेलिजेंस गोल्ड माइन या ख़ुफ़िया सोने की खान कहा जाता है। इसलिए कि दाइश के बारे में उन्हें जो भी जानकारी होगी वह इस आतंकवादी गुट के अन्य सरग़नाओं की गिरफ़्तारी में बहुत मदद करेगी।
यह गिरफ़्तारी अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के इस दावे के कुछ दिन बाद हुई है, जिसमें कहा गया था कि अमरीकी सैनिकों ने सीरिया में एक ऑप्रेशन के दौरान अल-बग़दादी की हत्या कर दी।
Just days after Islamic State leader Abu Bakr al Baghdadi was killed in Syria, his older sister has reportedly been captured alive https://t.co/sT7I4kO3VC
— Sky News (@SkyNews) November 5, 2019
हालांकि रूस और सीरिया का कहना है कि अल-बग़दादी की हत्या के लिए किया गया ऑप्रेशन केवल एक ड्रामा था और अमरीका का जब काम निकल गया तो उसने अल-बग़दादी को रास्ते से हटा दिया।
सीरियाई सरकार ने भी हमेशा यही कहा है कि दाइश को अमरीकी ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए ने जन्म दिया है।
अमरीका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन समेत कई अधिकारी भी यह बात स्वीकार कर चुके हैं कि दाइश को अमरीकी ख़ुफ़िया एजेंसियों ने जन्म दिया था और इसके लिए कुछ अरब देशों ने धन जुटाया था।
Security is deteriorating around the prisons and the new ISIS leadership has reiterated Baghdadi’s call to break out their “brothers and sisters”. This October 12 CCTV footage shows the moment a car bomb exploded outside one facility. pic.twitter.com/w9yicA0zjX
— Louisa Loveluck (@leloveluck) November 2, 2019
दाइश से प्रभावित होकर सीरिया पहुंचने वाले अधिकांश विदेशी चरमपंथियों को तुर्की के रास्ते सीरिया पहुंचाया जाता था। यही वजह है कि तुर्की को अकसर आतंकवादियों के ठिकानों की जनकारी है।
अल-बग़दादी के नेतृत्व में तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश ने इराक़ और सीरिया में आम लोगों के ख़िलाफ़ हिंसा और अत्याचारों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे।
लेकिन युद्ध के मैदान में सीरियाई और इराक़ी सेनाओं ने स्वयं सेवी बलों की मदद से दाइश का सफ़ाया कर दिया और उसके द्वारा क़ब्ज़े में लिए गए इलाक़ों को आज़ाद करा लिया।