लोकसभा चुनाव 2019 में चुनाव आयोग आचार संहिता पालन के मामले में बेहद गंभीर है। लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच रेलवे टिकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को लेकर उपजा विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है। यात्रियों को पीएम मोदी की तस्वीर वाला टिकट जारी करने के मामले में संज्ञान लेते हुए इस मामले में कुल चार लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है।
इनमें दो रिजर्वेशन क्लर्क, एक चीफ रिजर्वेशन सुपरवाइजर और एक कमर्शियर इंस्पेक्टर शामिल हैं। इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना गया है। मामले की जांच की जा रही है।
यह मामला उत्तर प्रदेश के बाराबंकी का है। इस प्रक्रिया के लिए रेलवे 4 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। बाराबंकी के मजिस्ट्रेट जिले ने कहा, “13 अप्रैल को टिकट कर्मचारियों ने गलती से यात्रियों को पुरानी टिकट शीट पर प्रिंट करके टिकट दे दिया था। इस मामले में कार्रवाई की गई है। ”चुनाव आयोग ने यात्रियों के यात्री टिकटों पर चिंता व्यक्त की और विभाग को नोटिस जारी किया, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई।
चुनाव आयोग ने पूरे मामले पर जिला प्रशासन से रिपोर्ट की मांग की थी, जिसके बाद जिला मजिस्ट्रेट ने इस मामले के लिए एडीएम संदीप कुमार गुप्ता का ऑडिट किया। डीएमएम के ऑडिट में, इन दोनों कर्मचारियों को चुनाव कोड का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया। बाद में चुनाव आयोग के निर्देश पर रेलवे ने कार्रवाई की।
इसके बाद चुनाव आयोग ने रेलवे को नोटिस भेजा और अब रेलवे ने अपने कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए 4 को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही रेलवे बोर्ड ने पुराने टिकट रोल का इस्तेमाल करने पर भी रोक लगा दी है. लखनऊ डीआरएम द्वारा निलम्बित इन कर्मचारियों में एक चीफ़ रिज़र्वेशन सुपरवाइज़र, एक कमर्शियल इंस्पेक्टर और दो रिज़र्वेशन क्लर्क शामिल हैं.
सोमवार को पीएम मोदी के साथ टिकट के बाद दो रेलवे कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। एडीएम कहते हैं, “13 अप्रैल को, जब शिफ्ट बदलता है, तो पुराने रोल को गलती से इस्तेमाल किया गया था। 2 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया, डिपार्टमेंट अंडरटेकिंग
वहीं, रेल कर्मियों का कहना है कि पीएम मोदी की तस्वीर वाले टिकट का पेपर रोल गलती से ‘पेपर मशीन’ में लग गया था। सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) संदीप गुप्ता ने बताया कि 13 अप्रैल को शिफ्ट बदलने के बाद पुराने गलती से पुराने पेपर रोल का इस्तेमाल हुआ और इसे प्रिंटिंग मशीन में लगाया गया। उन्होंने पूर्व में दो रेलकर्मियों को सस्पेंड किए जाने की बात कही थी, जबकि बाद में निलंबित कर्मचारियों की संख्या चार बताई गई।
इससे पहले मार्च में तृणमूल कांग्रेस ने पीएम मोदी की तस्वीर वाले रेलवे टिकट को लेकर निर्वाचन आयोग से शिकायत की थी और कहा था कि बीजेपी आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है। टीएमसी की शिकायत के बाद रेलवे ने ऐसे टिकटों को वापस लेने का ऐलान किया था। टिकटों पर विभिन्न सरकारी योजनाओं का हवाला देते हुए पीएम मोदी की तस्वीर को लेकर टीएमसी ने आपत्ति जताई थी।
इसके बाद सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीरें भी सामने आई थीं, जिसमें यूजर्स ने शताब्दी ट्रेन में यात्रियों को दिए जाने वाले कागज के कप पर पीएम मोदी के चुनाव प्रचार अभियान से जुड़ी ‘मैं भी चौकीदार’ लाइन के मुद्रित होने का मसला उठाया। इसके बाद रेलवे ने ऐसे सभी कपों को वापस लेने का ऐलान किया था और ठेकेदार पर एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने की बात भी कही थी।