मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम से खुद को अलग करते हुए कहा है कि भाजपा के साथ सरकार बनाने का उनका नहीं बल्कि पार्टी नेता अजित पवार का फैसला है और उनके साथ जाने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
पवार ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ शनिवार को यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस, शिवसेना तथा राकांपा ने एक साथ बैठकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने का निर्णय लिया था, लेकिन जो घटनाक्रम हुआ है उसमें पूरी तरह से अजित पवार का हाथ है। उन्होंने चेतावनी दी कि पार्टी के जो विधायक अजित पवार के साथ जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
Did Pawar Know Or No. ?. My answer: Yes. #MaharashtraPolitics
— barkha dutt (@BDUTT) November 23, 2019
उन्होंने कहा कि मेरे साथ पहले भी ऐसा होता रहा है, मुझे चिंता नहीं है। मेरे पास नंबर हैं ,स्थायी सरकार हम ही बनाएंगे। पवार ने कहा कि तीनों दलों के विधायकों के साथ ही कुछ निर्दलीय के सहयोग से शिवसेना के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बन रही थी और उसमें 169 से 170 तक विधायकों की संख्या हो रही थी। तीनों दलों ने शिवसेना के नेतृत्व में सरकार बनाने का निर्णय लिया था। फड़नवीस के पास बहुमत नहीं है और वे सदन में बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे।
Addressing a joint Shiv Sena-NCP-Congress press conference on Saturday, Sharad Pawar said that his nephew Ajit had been sacked from the party.
Any other MLAs who support Ajit will also be removed from the party, Sharad Pawar said. #MaharashtraPoliticshttps://t.co/IH0OCpTLBS
— The Wire (@thewire_in) November 23, 2019
उन्होंने कहा कि यह निर्णय अजित का है। मुझे विश्वास है कि राकांपा को कोई भी विधायक अजित के साथ नहीं जाएगा। यदि कोई विधायक उनके साथ जाने की सोच रहे हैं, उन्हें दल विरोधी कानून की जानकारी होनी चाहिए। जो राकांपा से बाहर जाने का निर्णय लेंगे उनकों महाराष्ट्र के लोग सबक सिखाएंगे।
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पवार ने कहा कि जो लोग भाजपा के साथ जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया लेकिन तब तक उन्हें इस बात का अंदाज ही नहीं था।