एक ईरानी वेबसाइट पारस टुडे के अनुसार अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने कहा है कि चीन की भारी आपत्ति और कुछ अमरीकी मीडिया संस्थानों की ओर से आलोचना के बावजूद वह कोरोना वायरस को चीनी वायरस कहना नहीं छोड़ेगे।
कुछ अमरीकी मीडिया संस्थानों ने ट्रम्प की इस टिप्पणी को नस्लभेदी क़रार दिया है।
मंगलवार को वाइट हाउस में एक प्रेस कान्फ्रेन्स में ट्रम्प से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कोविड-19 को वह चीनी वायरस की कहेंगे क्योंकि यह चीन से आया है।
ट्रम्प ने कहा कि चीन की तरफ़ से कुछ जानकारियां दी गईं कि यह वायरस हमारी सेना ने चीन पहुंचाया है लेकिन यह ग़लत जानकारी है। ट्रम्प ने कहा कि मैं तो यह कहता रहूंगा कि यह वायरस कहां से आया, यह चीन से आया तो इसे चीनी वायरस कहना बिल्कुल सही है।
Trump Calls Novel Coronavirus ‘Chinese Virus’ After Secretary Pompeo Slams China For Spreading Outlandish Rumourshttps://t.co/M3z8tGNOJ7
— Swarajya (@SwarajyaMag) March 17, 2020
ट्रम्प ने कहा कि मुझे अच्छा नहीं लगता कि चीन आरोप लगा रहा है कि यह वायरस वहां अमरीकी सेना ने पहुंचाया है, हमारी सेना ने वहां नहीं पहुंचाया।
ट्रम्प चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ज़ाओ लीजियान के उन आरोपों का हवाला दे रहे थे जिसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस अमरीका ने बनाया और अमरीकी सैनिक अपने साथ यह वायरस चीन लेकर गए।
Coronavirus live updates: China slams Trump's 'Chinese virus' comments https://t.co/Oe43CKAg67 pic.twitter.com/mwlBLZIxEm
— Fábio ?? ?? (@Fabiolucv) March 17, 2020
कोरोना वायरस के बारे में अलग अलग बातें सामने आ रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यह वायरस वुहान में चीनी प्रयोगशाला में बनाया गया और वहां से शहर में फैल गया जबकि चीन के विदेश मंत्रालय ने कुछ साक्ष्यों का हवाला देते हुए कहा कि यह वायरस अमरीका ने बनाया है और अमरीकी ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए ने इसे चीन में फैलाया है।