नयी दिल्ली, 17 मई : कुल 2 मिलियन लोगों ने अब तक अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान शुरू किया है और इसका इस्तेमाल कोरोनरी वायरस के कारण होने वाली परस्पर विरोधी आर्थिक परिस्थितियों के मद्देनजर संकट के अवसर के रूप में किया जाता है। 97,053 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की गई है।
इस अभियान की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को की थी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने लगातार पांच दिनों तक इस संबंध में संवाददाताओं को जानकारी दी है। आज अभियान के अंतिम चरण के लिए पैकेज की घोषणा करते हुए, सुश्री सीतारमण ने कहा कि अब तक कुल 2097053 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की गई है।
उन्होंने कहा कि मार्च के अंत में घोषित प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 1.70 लाख करोड़ रुपये का पैकेज और रिजर्व बैंक द्वारा घोषित 801603 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता भी आत्मनिर्भर भारत के अभियान में शामिल थी। । 22 मार्च से कर में छूट से 7,800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 15,000 करोड़ रुपये की घोषणा की है। इस प्रकार, 21 मई को प्रधान मंत्री द्वारा घोषित पैकेज में रिज़र्व बैंक और 22 मार्च के बाद घोषित 994,403 करोड़ रुपये शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान की पहली किस्त में 594550 करोड़ रुपये, दूसरी किस्त 3.10 लाख करोड़ रुपये, तीसरी किस्त 1.50 लाख करोड़ रुपये और चौथी और पांचवीं किस्तों में 48100 करोड़ रुपये शामिल हैं। इस प्रकार, 12 मई को प्रधान मंत्री की घोषणा के बाद कुल 1102650 करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज जारी किए गए हैं। इस बीच, कई प्रशासनिक और कानूनी संशोधनों को भी मंजूरी दी गई है।