लखनऊ. उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड को भांग करने और उसके चेयरमैन वसीम रिज़वी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग पिछले १८ दिन से जो आंदोलन जारी है आज भी उसका कोई नतीजा नज़र नहीं आया. शिया धरम गुरु मौलाना कल्बे जवाद और उनके साथ कई उलेमा के नेतृत्व मे शहर के तारीखी बड़े इमामबाड़े के सामने हज़ारों मर्द और औरतों ने विरोध प्रकट किया और कहा की वक़्फ़ बोर्ड मई साफ़ सुथरा निज़ाम स्थापित किया जाये .हज़ारों की संख्या मे मौजूद आंदोलनकारियों ने गिरफ़्तारी की पेशकश की तो जिला प्रशासन ने हाथ खड़े करते हुवे शुरू मे केवल १८ बसों का प्रबंध किया जिस पर मौलाना कल्बे जवाद और आंदोलन कारियों ने सरकार और प्रशासन
को खरी खोटी सुनाते हुवे ५०० बसों की मांग की .
वक़्फ़ बोर्ड को भांग करने का यह आंदोलन पिछले १८ दिन से चल रहा है और सब से पहले शिया महिलाओं ने छोटे इमामबाड़े पैर भूक हड़ताल शुरू करते हुवे धार्मिक स्थल पर ताला दाल दिया उसके बाद शिया मातमी अंजुमनों ने असिफ़ी इमामबाड़ा (बड़ा इमामबाड़ा) पर आंदोलन शुरू किया और पिछले शुक्रवार को इस इमामबाड़े मे ताला दाल दिया.दूसरी ओर आंदोलन कारियों की इन गति विधियों के कारण दूर दराज़ से आये हुवे पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ा ओर वह बिना दर्शन के ही वापस लौट रहे हैं. वक़्फ़ आंदोलन के अगुवा मौलाना कल्बे जवाद का कहना है की शिया धार्मिक स्थल घूणय फिरने की जगह नहीं हैं यह इबादत के लिये निर्मित किए गये थे इस लिये पहले सरकार उनके पारदर्शी प्रबंध को सुनिश्चित करे
शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद और शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष वसीम रिजवी के बीच की लड़ाई ने तूल पकड़ लिया है। इन सबके बीच रविवार को जेल भरो आंदोलन के तहत कल्बे जव्वाद अपने समर्थकों के साथ गिरफ्तारी देंगे। इसके लिए अस्थायी जेल बनाए गए हैं।
राजधानी आने वाले पर्यटक सबसे पहले इमामबाड़ा ही देखने जाते हैं, लेकिन छोटे और बड़े इमामबाड़े में ताले लटके होने की वजह से उन्हें मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है। ऐसे में ट्रस्ट को लाखों रुपए प्रति दिन का नुकसान हो रहा है
कमिश्नर महेश कुमार गुप्ता का कहना है कि वे लोग इस मामले को लेकर लाचार हैं। वहीं, डीएम राजशेखर हुसैनाबाद ट्रस्ट के अध्यक्ष होते हुए भी यह नहीं बता रहे हैं कि दोनों इमामबाड़े के गेट कब तक खुलेंगे।
डीएम राजशेखर का कहना है कि प्रशासन हर स्तर पर उन्हें मनाने का काम कर रहा है। बातचीत करके रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है। ऐसा समझा जा रहा है कि यह मसला काफी लंबा खिंचने वाला है, क्योंकि प्रदर्शनकारी भी हटने को तैयार नहीं हैं।
खबर लिखे जाने तक मौलाना कल्बे जवाद ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि कल सुबह हज़रतगंज कि शाही मस्जिद से गिरफ़्तारी दी जाएगी ओर वहां ज़यादा बसों का प्रबनध किया जाये .