मानसून सत्र से पहले मणिपुर घटना पर पीएम मोदी ने कहा, ”मेरा दिल दर्द और गुस्से से भरा है.”
मणिपुर हिंसा की घटना पर पीएम मोदी ने दुख जताया है. पीएम मोदी ने कहा कि इस घटना से 140 करोड़ लोग शर्मिंदा महसूस कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर में जो हुआ उसे माफ नहीं किया जाएगा.
नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र में पीएम मोदी ने कहा कि सावन का पवित्र महीना लोकतंत्र के मंदिर में मिल रहा है. उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि वह संसद सत्र का पूरा फायदा उठाएंगे. मणिपुर हिंसा पर पीएम मोदी ने पहली बार बयान दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि मेरा दिल दर्द और गुस्से से भरा है. पीएम मोदी ने कहा कि यह घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए अच्छी नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर की घटना से वह दुखी हैं. पीएम मोदी ने कहा कि माताओं-बहनों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर में जो घटना हुई है, वह किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक घटना है. पीएम मोदी ने कहा कि बहुत से लोग हैं जो पाप करते हैं, कौन हैं वो, वो अपनी जगह हैं लेकिन अपमान पूरे देश का हो रहा है. इससे देश की 140 करोड़ जनता को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है. मैं सभी मुख्यमंत्रियों से अनुरोध करता हूं कि वे अपने राज्यों में कानून व्यवस्था की स्थिति को और अधिक स्थिर करें। विशेषकर अपनी माताओं-बहनों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाएं।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi says, "…I assure the nation, no guilty will be spared. Law will take its course with all its might. What happened with the daughters of Manipur can never be forgiven." pic.twitter.com/HhVf220iKV
— ANI (@ANI) July 20, 2023
विपक्ष ने उठाया सवाल
संसद सत्र से ठीक पहले पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रताप गढ़ी ने कहा कि इतने दिनों के बाद पीएम मोदी की चुप्पी टूटी है. कांग्रेस सांसद ने सवाल किया कि मणिपुर दो महीने से जल रहा है तो पीएम मोदी चुप हैं. अब जब सोशल मीडिया पर महिलाओं के नग्न होकर परेड करने का वीडियो सामने आया है और सरकार की किरकिरी हो रही है तो पीएम मोदी दुख जता रहे हैं.
चीफ जस्टिस ने भी घटना पर सवाल उठाए.
मणिपुर में महिलाओं के नग्न घूमने के वीडियो पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का भी बयान आया है. चीफ जस्टिस ने कहा कि मणिपुर की घटना को स्वीकार नहीं किया जा सकता. चीफ जस्टिस ने कहा कि यह मानवाधिकार और संविधान का सबसे बड़ा उल्लंघन है. चीफ जस्टिस ने इस मामले में सॉलिसिटर जनरल और अटॉर्नी जनरल को कोर्ट में पेश होने को कहा है. सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को मणिपुर मामले पर सुनवाई करेगा. मणिपुर की इस घटना पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है.