जून 2018 में केवल एक नैनो बनी. जून 2017 में यह संख्या 275 रही थी. वहीं जून में तीन नैनो बिकीं जबकि एक साल पहले यह संख्या 167 रही थी.
टाटा मोटर्स की बहुप्रचारित छोटी कार नैनो का सफर खत्म होता नजर आ रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, जून महीने में सिर्फ एक नैनो कार बनी. हालांकि कंपनी का कहना है कि नैनो का उत्पादन रोकने के बारे अभी कोई औपचारिक फैसला नहीं किया गया है.
रतन टाटा का सपना कही जाने वाली इस कार की घरेलू बाजार में बीते महीने केवल तीन गाड़ियां बिकी हैं. टाटा मोटर्स ने शेयर बाजारों को सूचित किया है कि जून महीने में उसने नैनो का कोई निर्यात नहीं किया.
जून 2018 में केवल एक नैनो बनी. जून 2017 में यह संख्या 275 रही थी. वहीं जून में तीन नैनो बिकीं जबकि एक साल पहले यह संख्या 167 रही थी.
क्या कंपनी नैनो का निर्माण रोकने जा रही है. यह पूछे जाने पर टाटा मोटर्स के एक प्रवक्ता ने कहा, “हम जानते हैं कि मौजूदा प्रारूप में नैनो 2019 के बाद जारी नहीं रह सकती. हमें नए निवेश की जरूरत हो सकती है. इस संबंध में अभी कोई फैसला नहीं किया गया है.”
एक्सपोर्ट हो गया जीरो
टाटा मोटर्स की महत्वाकांक्षी कार नैनो का निर्यात इस साल की शुरुआत से ही ठप पड़ा है. डीलरों ने कार को बाजार से वापस कर दिया था. निर्यातक देशों से चरणबद्ध तरीके से कार की वापसी के चलते अब इसका उत्पादन पूरी तरह से बंद हो सकता है. सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफेक्चर्स(सियाम) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल अप्रैल से दिसंबर के बीच नैनो के निर्यात में 75 फीसदी की गिरावट रही. इस दौरान केवल 1708 कारें ही निर्यात की गई जबकि एक साल पहले यानी 2016 में यह आंकड़ा 6714 कार था. जनवरी 2018 के बाद से एक भी नैनो कार विदेश नहीं भेजी गई है.
टाटा मोटर्स ने नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे देशों में नैनो को लॉन्च किया था. नेपाल से कार वापस ले ली गई है लेकिन बांग्लादेश और श्रीलंका में कार अभी भी मौजूद है. हाल ही में समाप्त हुई मार्च तिमाही में टाटा मोटर्स ने फैसला लिया था कि वह भविष्य के योग्य और वाणिज्यिक रूप से व्यवहारिक कार्यक्रमों को ही आगे बढ़ाएगी. कंपनी बोझ बने चुके कई पुराने मॉडल को बंद करने जा रही है.