अली ताहिर रिज़वी
लोकसभा चुनाव में विभिन्न दलों के नेताओं के कांग्रेस में सुबह शामिल होकर शाम को टिकट पाने का सिलसिला जारी है। दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर के समक्ष सपा के पूर्व सांसद बाल कुमार पटेल ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। पार्टी में शामिल होने के बाद ही नेतृत्व ने बाल कुमार पटेल को बांदा से उम्मीदवार बना दिया गया।
वहीं मुरादाबाद से प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर के स्थान पर प्रत्याशी बनाए गये शायर इमरान प्रतापगढ़ी की पार्टी में कब ज्वाइनिंग हुई, इसकी जानकारी पार्टी के प्रदेश नेताओं को नहीं है। इसी क्रम में शनिवार को पार्टी में शामिल होने वाले समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद कुंवर सर्वराज सिंह भी शामिल हैं, जिन्हें कांग्रेस ने पार्टी में शामिल होने के बाद आंवला से चुनाव मैदान में उतारा है।
इसके अलावा हाल ही में बहुजन समाज पार्टी छोड़ कांग्रेस का दामन थामने वाली पूर्व सांसद कैसरजहां को सीतापुर, बहराइच से भाजपा के टिकट पर सांसद चुनी गयीं सावित्री बाई फुले को बहराइच, मिश्रिख से मंजरी राही, मोहनलालगंज से रमाशंकर भार्गव, फतेहपुर से राकेश सचान, नगीना से ओमवती देवी जाटव शामिल हैं,
जिन्हें कांग्रेस ने पार्टी में शामिल होने के बाद टिकट का तोहफा देकर नवाजा है। इससे पहले कांग्रेस महासचिव व पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीती फरवरी में पार्टी मुख्यालय में प्रदेश के विभिन्न जनपदों के नेताओं के साथ बैठक कर प्रदेश में संगठन की जानकारी लेने के साथ ही पार्टी के लिए संभावित उम्मीदवारों की जानकारी ली थी।
सूत्रों की मानें तो तीन दिन तक अनथक बैठक के उपरांत प्रियंका को एहसास हो गया कि प्रदेश में कांग्रेस अपने दम पर अधिक से अधिक दो से ढाई दर्जन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। इसके बाद पार्टी ने दूसरे दलों से आने वाले नेताओं के लिए पार्टी के दरवाजे खोल दिये, जिन्हें पार्टी में सुबह शामिल कराने के बाद शाम को टिकट के तोहफे से नवाजा जा रहा है।
वरिष्ठï कांग्रेसी नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद लखनऊ से गृहमंत्री राजनाथ के सामने ताल ठोंक सकते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के अपनी सीट धौरहरा छोड़ कर लखनऊ से चुनाव लडऩे की संभावना है। सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन में धौरहरा सीट बसपा के खाते में गयी है। बसपा की ओर से मुस्लिम प्रत्याशी के मैदान में आने की संभावनाओं के बाद जितिन प्रसाद के सामने चुनाव जीतना मुश्किल हो जाएगा।
जितिन ने पार्टी नेतृत्व से उनकी सीट बदल कर सीतापुर से प्रत्याशी बनाने की मांग की थी, लेकिन सीतापुर से कांग्रेस बसपा से आईं कैसरजहां को प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। ऐसे में पार्टी नेतृत्व की ओर से जितिन को लखनऊ से चुनाव मैदान में उतरने को कहा गया है, जिसके बाद जितिन लखनऊ से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।