संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिमी देशों द्वारा ज़ायोनी शासन के अपराधों का समर्थन किए जाने के बावजूद, इस आपराधिक शासन का विरोध विश्व स्तर पर बढ़ रहा है।
दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया और कोलंबिया के नेताओं ने घोषणा की है कि वे इजरायल के लिए हथियार ले जाने वाले जहाजों को अपने देशों के बंदरगाहों पर आने की अनुमति नहीं देंगे।
दक्षिण अफ्रीका ने पहले भी इज़रायल के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में मामला दायर किया था।
रिपोर्टों के अनुसार, इजरायल द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले 79 प्रतिशत हथियार संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा तथा शेष 30 प्रतिशत जर्मनी द्वारा आपूर्ति किये जाते हैं।
इन तीनों देशों के इस कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अब ज़ायोनी अपराधों के बारे में चुप नहीं रहेगा।