लखनऊः 3 दिसम्बर, 2014
6 दिसम्बर को पूर्व की भांति शन्ति पूर्ण कार्यक्रम करने व जनपद के ज़िलाधिकारी द्वारा सरकार को ज्ञापन देने की अपील आल इण्डिया बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के कन्वीनर ज़फ़रयाब जीलानी एडवोकेट ने अपने एक वक्तव्य में कहा है कि 6 दिसम्बर को पूर्व की भांति शान्तिपूर्ण तरीक़े से कार्यक्रम आयोजित किये जायें तथा ज़िलाधिकारी के माध्यम से सरकार को ज्ञापन दिया जाये। ज्ञापन भारत के प्रधानमंत्री व उत्तर प्रदे श के मुख्यमंत्री को भेजे जायें।
प्रधानमन्त्री के ज्ञापन में बाबरी मस्जिद विध्वंस से सम्बन्धित मुकदमों के जल्द निर्णय करवाने की मांग के साथ यह भी मांग की जाये कि लिब्राहन कमी शन की रिपोर्ट व कमी शन में दाखि़ल सुबूत की बुनियाद पर अभियुक्त को निर्दे श दिया जाये कि जिन लोगों के विरूद्ध इस रिपोर्ट की बुनियाद पर जुर्म साबित होते हैं तथा जो अभी तक कमीशन के द्वारा अभियुक्त नहीं बनाये गये हैं उनके विरूद्ध मुक़दमे दर्ज करके उनपर भी मुक़दमा चलाया जाये तथा बाबरी मस्जिद को विध्वन्स करने के लिये दोशी पाये जाने वाले सभी अभियुक्तों को जल्द सज़ा दिलवाई जाये।
लिब्राहन कमीषन रिपोर्ट के परिपेक्ष में यह भी मांग की जाये कि जिन अभियुक्तों के विरूद्ध 2003 में ब्ण्ठण्प्ण् द्वारा शड़यन्त्र ;ब्वदेचपतंबलद्ध का चार्ज समाप्त कर दिया गया था (जिसमें लालकृश्ण अडवानी इत्यादि सम्मिलित थे)। उनके विरूद्ध फिर से शड़यन्त्र का चार्ज लगवाने के लिये न्यायालय में प्रार्थनापत्र दिया जाये।
6 दिसम्बर को विषेश प्रार्थना का भी आयोजन किया जाये जिसमें बाबरी मस्जिद से सम्बन्धित सभी मुकदमों के षीघ्र ता षीघ्र निणर्य होने और बाबरी मस्जिद पर जल्द मुसलमानों को क़ब्ज़ा हासिल होने की प्रार्थना के साथ यह भी प्रार्थना की जाये कि दे श में शान्ति, भाई चारा एवं सौहार्द का वातावरण तथा साम्प्रदायिक सद्भाव बना रहे।
जिन स्थानों पर दूसरी सेकुलर कमेटियों या बाबरी मस्जिद एक्षन कमेटी के प्रतिनिधि किसी धरना आदि का आयोजन पूर्व में करते रहे हैं वह स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन को इस साल भी कर सकते हैं परन्तु इस बात पर अवष्य ध्यान रखना होगा कि ऐसा कोई कार्यक्रम न किया जाये जिससे किसी तरह की अ शान्ति पैदा होने का ख़तरा हो।