धर्म जागरण समिति के नेता राजेश्वर सिंह सोलंकी ने एक ऐसा बयान दे डाला है, जिससे खलबली मच गई है। राजेश्वर सिंह ने कहा है कि 31 दिसंबर 2021 तक वे ईसाई और इस्लाम धर्म को भारत से खत्म कर देंगे। उन्होंने कहा है कि ईसाइयों और मुस्लिमों को भारत में रहने का कोई हक नहीं है।
राजेश्वर सिंह ने यह भी कहा है कि 25 दिसंबर को होने वाले धर्मांतरण के कार्यक्रम को फिलहाल टाल दिया गया है, लेकिन बाद में इसे फिर से आयोजित किया जाएगा। साथ ही, वह बोले कि धर्म जागरण समिति चर्च का विरोध करना जारी रखेगी।
राजेश्वर सिंह ने अपने बयान में कहा कि धर्मांतरण से उनका मतलब किसी दूसरे धर्म के लोगों का धर्म परिवर्तन कराना नहीं है, बल्कि इसके जरिए वह उन हिन्दू लोगों की घर वापसी करा रहे हैं, जिन्होंने किसी दबाव या लालच की वजह से इस्लाम या ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया था।
धर्मांतरण के मसले पर देश में जारी राजनीतिक विवाद के बीच विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के महासचिव प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि भारतीय मुस्लिमों और ईसाइयों के पूर्वज हिंदू थे। अहमदाबाद के भावनगर में विहिप के एक कार्यक्रम में मंगलवार रात को तोगड़िया ने कहा कि वर्तमान में इस भारत में हिंदुओं पर कोई ज्यादती नहीं हो रही है।
ऐसी स्थिति में अगर कोई हिंदू समाज में लौटना चाहता है तो हिंदुओं को उसे दिल से स्वीकार करना चाहिए। पिछले दिनों आगरा में धर्म जागरण मंच द्वारा कथित तौर पर 100 मुस्लिम लोगों को हिंदू बनाने के बाद से देश में धर्मांतरण के मसले पर राजनीति गरमाई हुई है।
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