लखनऊ 16 फरवरी।:कंाग्रेस पार्टी पर समाजवादी पार्टी के मुखिया श्री मुलायम सिंह यादव द्वारा गोरखपुर की रैली में देश को बांटने का तोहमत लगाये जाने पर उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी ने इसका कड़ा प्रतिवाद किया है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डाॅ0 हिलाल अहमद नकवी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि शायद समाजवादी पार्टी मुजफ्फरनगर के दंगों को भूल गयी है जहां उन्होने मुस्लिम शरणार्थियों को षडयंत्रकारी कहकर भीषण ठंड में सभी राहत शिविरों को बंद कर दिये थे। मुसलमानों के मसीहा बनने वाले श्री मुलायम सिंह यादव आज 18प्रतिशत के आरक्षण के वादे को कार्यान्वित करने की बात नहीं करते हैं, कहां गया उनका मुसलमानों से किया गया यह वादा? इतना ही नहीं किसानों से किये गये कर्जमाफी का वादा ऐसे चक्रव्यूह में फंसा दिया गया कि उसका लाभ 17 से 18प्रतिशत किसानों को ही मिल सकता था वो भी ठण्डे बस्ते में पड़ा हुआ है।
उन्होने कहा कि यदि रैली की भीड़ से ही इलेक्शन की टैली बढ़ती होती, तो बसपा सरकार 2012 में चुनाव न हारती। रैली की भीड़ की सियासत जनता खूब समझती है और भीड़ कैसे जुटायी जाती है इसको भी जानती है। जनता मतदान विकास के नाम पर करती है न कि रैली की भीड के कारण। श्री मोदी उ0प्र0 में गुजरात के विकास की बात करते हैं और वोट मांगते हैं। गुजरात के मोदी सरकार के वित्तमंत्री गुजरात के विकास में उ0प्र0 के लोगों को ही बाधा मानते हैं। समाजवादी पार्टी सिर्फ भाषणों में विकास की बात कहती है और अपने शासनकाल में एक कार्य भी नहीं बता पाती कि किसका विकास हुआ है? किस क्षेत्र में विकास हुआ है? श्री मुलायम सिंह यादव ने श्री मोदी से निश्चित रूप से यह शिक्षा ग्रहण कर ली है कि विकास के नाम पर केवल असत्य तथ्यों को जनता के सामने रखना तथा जनता को गुमराह करने की कोशिश करना एवं अलगाववाद की राजनीति ही दोनों का उद्देश्य है। देश व प्रदेश की जनता 2014 के लोकसभा चुनाव में इनके इस झूठ और विघटनकारी राजनीति का मुंहतोड़ जवाब देगी तथा कांग्रेस की अगुवाई में यूपीए सरकार की हैट्रिक बनायेगी।
कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि प्रदेश की सपा सरकार श्वेतपत्र जारी करे कि अब तक किसानों के विकास के लिए क्या कार्य किये हैं? इसका भी खुलासा करे कि अब तक प्रदेश में कितने गन्ना किसानों ने आत्महत्या की है तथा कितने करोड़ रूपये इन गन्ना किसानों का अभी तक बकाया है? इसके साथ ही यह भी बतायें कि अभी तक प्रदेश के कितने किसानों की कर्जमाफी हुई है?