मुंबई:
महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री नारायण राणे ने मंत्रिपद से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के दफ्तर जाकर उन्होंने इस्तीफा सौंपा। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद से ही उनके इस्तीफा देने के कयास लगाए जा रहे थे। राणे प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व में बदलाव चाहते थे, लेकिन बात नहीं मानने से नाराज होकर इस्तीफा दिया।
कोंकण इलाके के कद्दावर नेता नारायण राणे इससे पहले विलासराव देशमुख और अशोक चव्हाण के नेतृत्व की लंबे समय से आलोचना कर रहे थे। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया है कि भले ही मंत्रिपद से इस्तीफा दिया हो, लेकिन कांग्रेस में बने रहेंगे। कांग्रेस में शामिल होने से पहले राणे शिवसेना में थे।
लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस में नेतृत्व बदलाव की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा था कि यदि कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव नहीं करती है तो महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में इससे बुरा हाल होगा। नारायण राणे के इस्तीफा देने के बाद इसे प्रदेश में कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। आज प्रेस कॉनफ्रेंस कर राणे भविष्य की राजनीतिक योजनाओं पर बात करेंगे।