नई दिल्ली: धर्मांतरण के मुद्दे पर आज लोकसभा में फिर हंगामा हुआ है। मामले पर सरकार की तरफ से वेंकैया नायडू ने कहा कि इस मुद्दे पर हंगामा करना ठीक नहीं है। रोज-रोज संसद एक खास मुद्दे पर बाधित करना ठीक नहीं है क्योंकि सदन में जरूरी और भी कई काम किए जाने बाकी है। नायडू ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा कराने को तैयार है। सरकार चाहती है कि धर्म परिवर्तन रोकने के लिए कानून बने।
नायडू ने कहा, ‘ धर्मांतरण पर भी चर्चा हो, पुन: धर्म परिवर्तन पर भी चर्चा हो। धर्म पर्वितन पर चर्चा करके देश में कानून लाएं। हम सब इसके लिए तैयार हैं। सभी राज्य कानून लाएं।’
आगरा में कथित धर्मातरण के मुद्दे पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राजद, वाम दल समेत कुछ अन्य विपक्षी सदस्यों द्वारा लोकसभा में आज किए गए हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी गयी। सदन की आज की कार्यवाही शुरू होते ही इन दलों के सदस्यों ने यह मुद्दा उठाया। हालांकि सरकार ने कहा कि वह धमा’तरण और पुन:धर्म परिवर्तन दोनों विषयों पर चर्चा कराने और धमा’तरण पर कानून बनाने के लिए आमसहमति बनाने को तैयार है।
राजद के राजेश रंजन और कांग्रेस के के सी वेणुगोपाल ने धमा’तरण के विषय को उठाते हुए कहा कि इस विषय पर उन्होंने कार्य स्थगन का नोटिस दिया है और प्रश्नकाल स्थगित कर इस मुद्दे पर चर्चा करायी जाए। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि मुझे रंजीत रंजन, राजेश रंजन, के सी वेणुगोपाल और मोहम्मद बशीर के नोटिस मिले है। आप सब नियम जानते हैं। प्रश्नकाल स्थगित करने का कोई नियम नहीं है। आप अन्य माध्यम से इस विषय को उठा सकते हैं।
इसके बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राजद, वाम दल सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। इस बीच सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुल खडगे ने कहा, ‘मैं आपसे विशेष रूप से आग्रह करता हूं कि प्रश्नकाल स्थगित कर चर्चा कराएं। आपके पास नियमों से इतर भी अधिकार हैं। आप इसे विशेष मामला मानते हुए चर्चा कराने की तत्काल अनुमति दें, क्योंकि यह देश की एकता और संविधान की रक्षा का विषय है।’ संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि देश की एकता और अखंडता को कोई समस्या नहीं है। इस विषय पर राजनीति नहीं करें। एकतरफा ढंग से सदन नहीं चला सकते। यह गंभीर मामला है। सरकार चर्चा करने को तैयार है।