संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी मानवाधिकार संस्था ने घोषणा की है कि सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक के सभी मुसलमानों को संभवतः देश छोड़ने पर विवश होना पड़ेगा।
समाचारों के अनुसार ह्यूमन राइट्स वॉच में अपातकालीन मामलों के ज़िम्मेदार, पीटर बोकर्ट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि केन्द्रीय अफ्रीका में हिंसा इस सीमा तक बढ़ चुकी है कि संभावित रूप से इस देश के सभी मुसलमानों को अपना घर बार छोड़ने पर विवश होना पड़ेगा।
बोकार्ट ने कहा है कि केन्द्रीय अफ्रीका से मुसलमानों के निकल जाने से इस देश की अर्थ व्यवस्था पर अत्याधिक नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा क्योंकि इस देश की अर्थ व्यवस्था का बड़ा भाग, मुसलमानों के हाथों में हैं।
उन्होंने कहा कि बहुत से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र पूर्ण रूप से खाली हो चुके हैं और मुसलमानों के घरों को ध्वस्त किये जाने का क्रम जारी है और एसा लगता है कि केन्द्रीय अफ्रीका से मुसलमानों को मिटाने की योजना तैयार और उसे व्यवहारिक बनाने का काम आरंभ हो गया है।
केन्द्रीय अफ्रीका की १५ प्रतिशत आबादी मुसलमानों पर आधारित है।