रिपोर्ट के अनुसार इराक़ के मूसेल शहर से निकाल गए ईसाइयों नें अपने हालात बताते हुए कहा कि दाइश के आतंकियों नें न केवल हमारे साथ बुरा व्यवहार किया बल्कि हमारा माल व सामान भी लूट लिया।
एक ईसाई औरत नें प्रेस टीवी को बताया कि दाइश से जुड़े हुए आतंकवादी संगठनों नें हमारा सामना व पैसा लूट लिया। हम मूसेल से निकल रहे थे कि आतंकियों नें चेक पोस्टों पर रोका और हमारा पर्स और पहचान पत्र छीन लिया और हमें धमका कर कहा कि ईसाई लोग बहुत समय से मूसेल में रह रहे हो अब तुम्हारा हमेशा हमेशा के लिये जाने का समय आ गया है।
फ़िलिस्तीनी मुद्दे की अहमियत।
हाल ही में आतंकवादियों नें ईसाइयों के घरों पर निशान लगाना शुरू किये हैं और एक ऐलान में ईसाइयों से कहा गया है कि या तो वह दाइश का धर्म स्वीकार कर लें या तो (जज़िया) टैक्स अदा करें या शहर छोड़ कर चले जाएं नहीं तो सभी ईसाइयों का ख़ून बहा दिया जाएगा।
दाइश की इस धमकी के बाद हज़ारों ईसाई मूसेल से भाग गए और शिया और दूसरे धर्मों से जुड़े लोगों की एक बड़ी संख्या भी दाइश के क़हर से बचने के लिये मूसेल से भाग खड़े हुए हैं। दाइश नें मूसेल में कई मस्जिदों और पवित्र स्थलों को नष्ट कर दिया है।