इस्लामी क्रांति संरक्षक बल सिपाहे पासदारान द्वारा या अली नामक क्रूज़ मीज़ाइल के अनावरण के बाद तेल अवीव में हड़कंप मच गया।
तेल अवीव ने सचेत किया है कि यह क्रूज़ मीज़ाइल लेबनान तक पहुंचने में सक्षम है और इसे हिज़्बुल्लाह की मीज़ाइल व्यवस्था में शामिल किया जा सकता है। इस्राईली अधिकारियों का कहना है कि हिज़्बुल्लाह की मीज़ाइल व्यवस्था तेलअवीव के स्ट्रटैजिक लक्ष्यों के लिए ख़तरनाक सिद्ध हो सकती है।
लेबनान के समाचार पत्र ने घोषणा की है कि इस्लामी क्रांति संरक्षक बल द्वारा क्रूज़ मीज़ाइल के अनावरण के बाद इस्राईली अधिकारियों के इस प्रकार के बयान सामने आये हैं। यह मीज़ाइल सात सौ किलोमीटर तक अपने लक्ष्य को सरलता से भेद सकता है और इससे ज़मीन, हवा, विमान और ड्रोन से फ़ायर किया जा सकता है।
यह क्रूज़ मीज़ाइल फ़ायर किए जाने के बाद इसके रास्ते को परिवर्तित किया जा सकता है और इससे बैलेस्टिक मीज़ाइलों की भांति पहले से चिन्हित लक्ष्य को भेदने के लिए प्रयोग करने की आवश्यकता नहीं होती।
इस्राईली सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि ईरान का यह नया मीज़ाइल, ईरान से फ़ायर किए जाने पर इस्राईल के स्ट्रटेजिक क्षेत्रों के लिए कोई ख़तरा नहीं है, भय इस बात का है कि यह मीज़ाइल लेबनान के हिज़्बुल्लाह के हाथ लग जाएगा।
सूत्रों का कहन है कि हिज़्बुल्लाह के पास रूस निर्मित याख़ून्त मीज़ाइल है जो ज़मीन-हवा से फ़ायर किए जाने वाले मीज़ाइलों में सबसे अधिक प्रगतिशील है और यह इस्राईल के स्ट्रटेजिक स्थानों को लक्ष्य बनाने में पूर्ण रूप से सक्षम है।
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