मक्का में, काबा के इमाम, अब्दुल रहमान अल-सूदैस ने अपने प्रार्थना उपदेशों में इजरायल के साथ संबंधों को सुधारने के अपने प्रयासों से मुसलमानों को आश्चर्यचकित किया है।
मेहर समाचार एजेंसी ने अल-कुद्स अल-अरबी के हवाले से कहा है कि मक्का अब्दुल रहमान अल-सुदैस में काबा के इमाम ने अपने प्रार्थना उपदेश में मुसलमानों को इजरायल के साथ संबंधों में सुधार के अपने प्रयासों से आश्चर्यचकित किया है।
खबरों के अनुसार, काबा के इमाम अब्दुल रहमान अल-सुदैस द्वारा ज़ायोनी लोगों के साथ संबंध बनाने की कोशिश ने दुनिया भर के मुसलमानों को आश्चर्यचकित कर दिया है। काबा के इमाम के इस जघन्य कृत्य की इस्लामिक दुनिया में निंदा जारी है। अब्दुल रहमान अल-सुदैस ने अपने शुक्रवार के प्रार्थना उपदेश में कुछ बातों का उल्लेख किया है था जिस से लोगों में बहुत दुःख और गुस्सा पैदा हुवा हैं और यहां तक कि लोग सोशल मीडिया पर इसकी निंदा कर रहे हैं। अपने शुक्रवार के उपदेश में, उन्होंने रियाद और तेल अवीव के बीच संबंधों का मार्ग प्रशस्त करने पर अध्याय खोला।
उन्होंने अपने शुक्रवार के उपदेश के एक हिस्से में यहूदियों के साथ सहयोग और व्यवहार की बात की, जबकि कुरान ने स्पष्ट रूप से घोषित किया कि यहूदी और ईसाई आपके मित्र नहीं हो सकते। काबा के इमाम ने कुरान की आयतों का उल्लंघन किया। इसने इजरायल के साथ एक संबंध बनाने का मार्ग प्रशस्त करने का प्रयास किया है, जिसका अरब जगत और इस्लामी दुनिया में दोष जारी है।
Biggest hypocrite of Muslim world is Imam e Kaaba. Sudais
Sermon suggests Saudi Arabia on its way to normalizing ties with Israel – The Jerusalem Post https://t.co/Vub0M1f5Kz— Dr. Qadir (@aqadir23) September 6, 2020
उन्होंने कहा कि एक गैर-मुस्लिम से प्यार नहीं करने का मतलब यह नहीं है कि उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए और उसे इस्लाम की ओर जाने के लिए राजी नहीं किया जाना चाहिए।काबा के इमाम ने कहा कि इस्लाम के पैगंबर ने यहूदियों के साथ अच्छा व्यवहार किया।
The words of a brave man when he was listening to the Hypocrisy from Saudi ‘Sheikh’ Abdul Rahman al Sudais. Who claims that KSA and the USA are the Keys to World Peace, whilst the two continue to destroy Yemen and anyone opposing their tyranny. Curse be upon these hypocrites! pic.twitter.com/jX0w77zQ9s
— أبو طالب (@__AbuTalib_) August 10, 2020
सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि काबा शेख अब्दुल रहमान अल-सुदैसे का इमाम इस तरह के बयान देकर सऊदी अरब और ज़ायोनी शासन के बीच संबंधों की स्थापना का मार्ग प्रशस्त करने की कोशिश कर रहा है।
Sheikh Abdul Rahman Al Sudais The Imam Of The 🕋 In Mecca Is Heckled In Geneva , 🇨🇭 For Supporting 🇸🇦's War On 🇾🇪 & The Blockade Of 🇶🇦 ! pic.twitter.com/pBYGi9tFFG
— Dost Khan (@Dmkt1) February 16, 2019