बहरैन के तानाशाही शासन ने पिछले वर्ष जून के महीने में वरिष्ठ धर्मगुरु शैख़ ईसा क़ासिम की नागरिकता रद्द कर दी थी और उन पर मुक़द्दमा आरंभ कर दिया था। शैख़ ईसा क़ासिम दुराज़ क्षेत्र के निवासी हैं और तब से सुरक्षा बलों ने इस क्षेत्र का परिवेष्टन कर रखा है।
बहरैनी सुरक्षा बलों ने कुछ दिन पहले सरकार विरोधी प्रदर्शन करने और शैख़ ईसा क़ासिम के घर की ओर मार्च करने के कारण कुछ युवाओं को गिरफ़्तार कर लिया था।