बाराबंकी के टिकैतनगर थाना क्षेत्र, तेहसील सिरौलिगौसपुर के रामपुर हडाहा गाँव के निकट, रविवार शाम को घाघरा नदी में नहाते समय एक के बाद एक 8 लोग डूब गए थे | जिलाधिकारी बाराबंकी द्वारा लखनऊ स्थित 11 एन.डी.आर.एफ. टीम को शेष 6 लोगों के शव की तलाश के लिए एक विशेषज्ञ टीम बुलाई |
निरीक्षक संजीव कुमार समय व्यर्थ न करते हुए तत्काल ही अपने नेतृत्व में एक विशेषज्ञ, राहत, खोज व बचाव से सुसज्जित व प्रशिक्षित गोताखोरों, व अन्य उपकर्णों सहित एक टीम तत्काल घटनास्थल की ओर रवाना हो गयी | घटनास्थल पर उपस्थित जिला प्रशासन से हादसे के स्वरुप की जानकारी लेने के पश्चात एन.डी.आर.एफ. टीम ने विभिन्न खोज तकनीकों के माध्यम से सोमवार देर रात तक घाघरा नदी में खोजकार्य किया |
टीम के साथ विशेष रूप से प्रशिक्षित व निपुण गोताखोरों ने भी नदी में भिन्न-भिन्न जगहों में तलाशी की तथा संभावित स्थलों को चिन्हित करते हुए लगातार गोता लगाते रहे | एन.डी.आर.एफ. टीम ने कृत्रिम रौशनी में भी देर रात तक खोज अभियान को जारी रखा, जिसमें पहली सफलता हाथ लगी और सिमरान नामक युवक के शव को गोताखोरों ने नदी के गहरे पानी से बाहर निकाला |
अगले दिन तडके एन.डी.आर.एफ. टीम ने पुनः खोजकार्य शुरू किया जिसमें मंगलवार शाम तक कड़ी मशक्कत व लगातार प्रयासों से 5 अन्य शवों की भी तलाश करके स्थानीय पुलिस को सुपुर्द कर दिया | घटनास्थल पर घाघरा नदी की गहराई लगभग 100 फीट थी और तेज़ बहाव के कारण नाव और गोताखोरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा |
सम्बंधित परिवार के लोगों की शिनाख्त के आधार पर निकाले गए शवों में अमज़द पुत्र अलाउद्दीन, जीनद पत्नी अमज़द, आयान पुत्र अमज़द, निवासी तेलीबाघ, लखनऊ का है | जब कि शब्बीर निवासी मोहल्ला सेलारा, क़स्बा इचौली जिला बाराबंकी के पुत्र इरशाद, शाहनवाज़, सिमरान पुत्र मोहम्मद वैश व ज़रीना पत्नी इरशाद के शव भी एन.डी.आर.एफ. द्वारा बरामद किये गए हैं जो क़स्बा इचौली तेहसील सिरौलिगौसपुर के निवासी हैं |
एन.डी.आर.एफ. के जज्बे और उनकी कार्यकुशलता को देखते हुए स्थानीय निवासियों और पीड़ितों के परिवारों ने तहे दिल से एन.डी.आर.एफ. विशेषज्ञ टीम को धन्यवाद दिया और विकट परिस्थितियों में नदी की गहराई से अपने परिजनों के शवों को निकालने के लिए उनका आभार प्रकट किया |