जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और वामपंथी छात्र संगठनों ने एक दूसरे पर रविवार को लाठी से मारपीट करने और एक दूसरे पर पत्थर फेंकने का आरोप लगाया है।
एक दूसरे पर हिंसक गतिविधि में शामिल होने का भी आरोप लगाया गया। दोनों ही गुटों की तरफ से बताया गया कि रविवार को हुए इस घटनाक्रम में एबीवीपी और वामपंथी छात्र संगठनों से जुड़े छात्र घायल हुए हैं।
https://twitter.com/someshjha7/status/1213876527676325889?s=20
कुछ छात्रों को एम्स व सफदरजंग अस्पताल भी ले जाया गया है।जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे ऊपर एबीवीपी (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने हमला किया। सिर और गंभीर रूप से छोटें आई हैं और खून निकला है।
उनके साथ मौजूद छात्रों ने कहा कि उन्हें नजदीकी अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया। दोनों गुटों के तरफ से दावा किया गया है कि इस घटना में कुछ शिक्षक भी घायल हुए हैं।
JNUSU president Aishe Ghosh injured after clashes reported from JNU over hostel fee hike and registration boycott. pic.twitter.com/9SWu2qNtVz
— Kainat. (@kainisms) January 5, 2020
आरोप है कि इस घटना में छात्र संघ के महासचिव सतीश चंद्र यादव को भी चोट आई है। छात्र संघ का आरोप है कि कई छात्र छात्रावास की फीस बढ़ोतरी के खिलाफ कैंपस में प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन एबीवीपी ने उन पर हमला कर दिया और पत्थर फेंके।
Masked Attackers openly roaming inside university campus..
Delhi Police is normally super quick to detain people even for peaceful protests, so how can this be possible? There’s only one explanation, use your common sense. #JNUAttack pic.twitter.com/XgjzQLTEVD
— Dhruv Rathee (@dhruv_rathee) January 5, 2020
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक एबीवीपी का आरोप है कि उसके 25 छात्र घायल हुए हैं। जबकि 11 के बारे में कोई जानकारी नही है कि वह इस समय कहां पर हैं।
आरोप है कि एबीवीपी सदस्यों पर वामपंथी छात्रों ने हमला किया है। हॉस्टल में रह रहे एबीवीपी से जुड़े छात्रों के साथ बर्बरता की जा रही है।
वहीं एबीवीपी के जेएनयू यूनिट के अध्यक्ष दुर्गेश कुमार ने वामपंथी छात्र संगठनों और छात्र संघ पर आरोप लगाते हुए कहा कि रविवार के दिन मॉनसून सेमेस्टर के लिए उन छात्रों का पंजीकरण का आखिरी दिन था, जो दिसंबर महीने में परीक्षा नहीं दे पाए थे।
Am outside JNU. ABVP students shouting ' Desh ke gaddaron ko, goli maaro saalon ko' calling girl students, 'lashkar e tayyeba' ki pilliyaan, beating students while cops are watching. pic.twitter.com/WcvAXCaWsV
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) January 5, 2020
साथ ही जनवरी से शुरू होने वाले विंटर सेमेस्टर के लिए भी 5 जनवरी तक छात्रों को पंजीकरण कराने की तिथि निर्धारित की गई थी। लेकिन दो से तीन दिनों से वामपंथी छात्र संगठनों से जुड़े कई छात्रों ने पंजीकरण को बाधित किया।
पंजीकरण जिस कार्यालय में ही रहा था, संचार व सूचना सेवा कार्यालय , उसकी इंटरनेट सेवा शनिवार रात को इनके द्वारा ठप कर दी गई। इसके कारण रविवार को पंजीकरण करने अंतिम दिन कोई पंजीकरण नहीं हो सका।
https://twitter.com/JNUSUofficial/status/1213855975997759490?s=20
रविवार को 3 बजे एबीवीपी से जुड़े छात्र प्रशासनिक भवन के पास स्थित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर इकट्ठा हुए और कोशिश की की पंजीकरण की व्यवस्था को शुरू किया जा सके लेकिन इसके फौरन बाद वामपंथी छात्र संगठनों एक जुटे और हमारी ओर बड़े और हमला शुरू कर दिया।
Wounded students at AIIMS trauma centre told me that goons entered the campus and attacked them with sticks and other weapons. Many had broken limbs and injuries on their heads. One student said the police kicked him several times on his head.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 5, 2020
दुर्गेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि एबीवीपी से जुड़े सभी कार्यकर्ता पेरियार छात्रवास की तरफ अपने आप को सुरक्षित करने के पहुंचे लेकिन यहां पर लेफ्ट से जुड़े छात्रों ने एबीवीपी के छात्रों को दौड़ा- दौड़ा कर पीटा और इन पर लेफ्ट ने पथराव भी किया।
दुर्गेश ने आरोप लगाते हुए दावा किया कि इस घटना में उनके संगठन से जुड़े कई छात्र घायल हो गए। जिन्हें एम्स ट्रामा सेंटर और सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि महिला और पुरूष सुरक्षा कर्मियों के साथ भी लेफ्ट के छात्रों ने मारपीट की है।
My mom is safe. JNU is peaceful for now & the gates are open! Eternal gratitude to the citizen protestors of Delhi who showed up at JNU main gate earlier tonight- you saved JNU! Thanks to the media & reporters who risked their own safety & showed Us what terror was unleashed 2day pic.twitter.com/4PekW5E9yN
— Swara Bhasker (@ReallySwara) January 5, 2020
वहीं वामपंथी छात्र संगठनों ने आरोप लगाया है कि एबीवीपी ने कैंपस में तोड़फोड़ की है और उनके छात्रावास में घुसकर छात्रों को पीटा है।
वहीं लेफ्ट ने सुरक्षा कर्मियों के साथ मारपीट से इन्कार किया है। वहीं महिला व पुरुष सुरक्षा कर्मियों ने आरोप लगाया है कि उनके साथ छात्रों ने खराब व्यवहार किया और मारपीट की, वह जब छात्रों को संभाल रहे थे रविवार को तब ऐसा किया गया।>साभार (सियासत )