प्रदर्शनकारी अपने हाथों में फ़िलिस्तीन का राष्ट्रीय ध्वज उठाए हुए थे और उनके हाथों में एसे बैनर भी थे जिन पर नारे लिखे थे कि बैतुल मुक़द्दस मुसलमानों का है। प्रदर्शनकारियों ने अमरीका और इस्राईल के झंडे जलाए।
सीस्तान व बलूचिस्तान प्रांत के 30 शहरों और गांवों में प्रदर्शन हुए जिनमें शीया सुन्नी दोनों ही समुदायों के लोगों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वह मुसलमानों के पहले क़िबले अर्थात बैतुल मुक़द्दस को इस्लामी जगत से अलग किए जाने की अनुमति हरगिज़ नहीं देंगे और यदि ज़रूरत पड़ी तो इसके लिए अपनी जान भी क़ुरबान करेंगे।