जुलूस के दौरान सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए। वहीं, अजादारों की मदद के लिए एंबुलेंस भी उनके साथ चल रही थी।
कर्बला का सनिहा रहती दुनियां तक के लिए शहादत की सबसे बड़ी मिसाल है, भारत का कर्बला से ख़ास ऐतिहासिक जुड़ाव है, मैदाने कर्बला में जंग करने के लिए भारत से भी लोग इमाम हुसैन का साथ देने के लिए पहुंचे थे|