पीएनबी घोटाले में भगौड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के वकीलों ने लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट में दोबारा जमानत के लिए भरसक कोशिश की, लेकिन अदालत के सामने उनकी एक न चली। नीरव के वकीलों ने यूके से निकट संबंधों के साथ ही पालतू कुत्तों की देखभाल करने की दलील भी दी, लेकिन कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर दी।
चीफ मजिस्ट्रेट एमा ऑर्बथनॉट के समक्ष नीरव के वकील ने बहुत सारे तर्क दिए। वकील ने कहा कि नीरव का बेटा स्कूल में पढ़ता था जो अब यूनिवर्सिटी में गया है। मोदी के घर में पालतू कुत्ते भी हैं जिनकी देखभाल करनी पड़ती है। इसलिए लंदन से बाहर जाना उनके लिए मुश्किल है। नीरव ने किसी दूसरे देश की नागरिकता के लिए आवेदन नहीं किया है।
नीरव के वकील के विरोध में भारत की ओर से क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस ने कहा कि नीरव मोदी के भागने का डर है और अगर उसे जमानत दी गई तो वह सुबूत मिटाने का भी काम कर सकता है। मजिस्ट्रेट ने भारत की तरफ से बहस कर रहे वकील की बात मानी क्योंकि नीरव पहले भी सबूत मिटाने की कोशिश कर चुका था।