नई दिल्ली: दिल्ली में जनलोकपाल बिल को लेकर नया मोड़ आ गया है। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग और दिल्ली सरकार के बीच तकरार बढ़ गई है। कहा जा रहा है कि दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने कहा है कि दिल्ली विधानसभा में जनलोकपाल बिल को बिना मेरी इजाजत के पेश नहीं कर सकते हैं। उन्होंने इस सिलसिले में दिल्ली के विधानसभा स्पीकर को चिट्ठी भी लिखी है।
इस बीच दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसौदिया ने ट्वीट कर कहा है कि लोग पूछ रहे है कि क्या करोगे। उन्होंने कहा कि जनलोकपाल हमारा संकल्प है और उसे लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इस ट्वीट को अरविंद केजरीवाल ने रीट्वीट किया है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है उनकी सरकार की योजना आज विधानसभा में जनलोकपाल विधेयक पेश करने की है। साथ ही, उन्होंने प्रस्तावित विधेयक को कांग्रेस और भाजपा द्वारा पारित नहीं होने देने की सूरत में एक बार फिर इस्तीफे की धमकी दी।
उन्होंने कहा कि आप सरकार सत्र का विस्तार 16 फरवरी से आगे करने को तैयार है और विधेयक का पारित होना सुनिश्चित करेगी लेकिन इसके पारित नहीं होने की स्थिति में उनके पास इस्तीफा देने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा। यह पूछे जाने पर कि यदि विधेयक को सदन में पेश नहीं करने दिया गया तो क्या वह इस्तीफा दे देंगे, केजरीवाल ने कहा कि इस मामले में सरकार अगले कुछ दिनों में इसे पेश करने की कोशिश करेगी और सत्र का विस्तार भी कर सकती है।
केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि हम सत्र में विस्तार के लिए तैयार हैं। हम यहां सरकार बचाने के लिए नहीं हैं। हम सदन में विधेयक पेश करेंगे। यदि वे इजाजत देते हैं तो ठीक है, अन्यथा मैं इस्तीफा दे दूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘हम जनलोकपाल विधेयक और स्वराज विधेयक के लिए प्रतिबद्ध हैं तथा भारत से भ्रष्टाचार हटाने के लिए मैं मुख्यमंत्री पद 100 बार कुर्बान करने के लिए तैयार हूं।’ उन्होंने आरोप लगाया कि कानून मंत्री सोमनाथ भारती के इस्तीफे के मुद्दे पर सदन का कामकाज नहीं चलने देने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने हाथ मिला लिया है।
केजरीवाल ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि भारत के इतिहास में किसी विधानसभा में ऐसा हुआ होगा कि भाजपा और कांग्रेस एकजुट हो गई हो। इन्होंने खुद को बेनकाब कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती है कि वह आप का समर्थन कर रही है लेकिन यह स्पष्ट हो गया कि वह हमारा समर्थन नहीं कर रही है बल्कि भाजपा का समर्थन कर रही है।