बेरूत : सीरिया में कुर्द बलों के साथ झड़पों में इस्लामिक स्टेट के कम से कम 44 आतंकी मारे गए। ब्रिटेन स्थित मानवाधिकार संगठन सीरियन आब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने यह जानकारी दी।
संगठन के अनुसार हसाकह प्रांत के एक गांव में कुर्दिश पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स के साथ लड़ाई में 30 जिहादी मारे गए। संगठन ने बताया कि उत्तरी सीरिया में एक अन्य स्थान पर लड़ाई में 14 आतंकी मारे गए।
इस्लामी राज्य (अरबी : ﺍﻟﺪﻭﻟﺔ ﺍﻹﺳﻼﻣﻴﺔ ) जून २०१४ में निर्मित एक अमान्य राज्य तथा इराक एवं सीरिया में सक्रिय जिहादी सुन्नी सैन्य समूह है। अरबी भाषा में इस संगठन का नाम है ‘अल दौलतुल इस्लामिया फिल इराक वल शाम’। इसका हिन्दी अर्थ है- ‘इराक एवं शाम का इस्लामी राज्य’। शाम सीरिया का प्राचीन नाम है।
इस संगठन के कई पूर्व नाम हैं जैसे आईएसआईएस अर्थात् ‘इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया’, आईएसआईएल्, दाइश आदि। आईएसआईएस नाम से इस संगठन का गठन अप्रैल 2013 में हुआ। इब्राहिम अव्वद अल-बद्री उर्फ अबु बक्र अल-बगदादी इसका मुखिया है। शुरू में अल कायदा ने इसका हर तरह से समर्थन किया किन्तु बाद में अल कायदा इस संगठन से अलग हो गया। अब यह अल कायदा से भी अधिक मजबूत और क्रूर संगठन के तौर पर जाना जाता हैं।]
यह दुनिया का सबसे अमीर आतंकी संगठन है जिसका बजट 2 अरब डॉलर का है। २९ जून २०१४ को इसने अपने मुखिया को विश्व के सभी मुसलमानों का खलीफा घोषित किया है। विश्व के अधिकांश मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों को सीधे अपने राजनीतिक नियंत्रण में लेना इसका घोषित लक्ष्य है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिये इसने सबसे पहले लेवेन्त क्षेत्र को अपने अधिकार में लेने का अभियान चलाया है जिसके अन्तर्गत जॉर्डन, इजरायल, फिलिस्तीन, लेबनान, कुवैत, साइप्रस तथा दक्षिणी तुर्की का कुछ भाग आता हैं। आईएसआईएस के सदस्यो की संख्या करीब 10,000 हैं।