नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर और झारखंड विधानसभा चुनावों के नतीजे आने जारी हैं। जम्मू-कश्मीर में पीडीपी जबकि झारखंड में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इन राज्यों में सत्ता पर कौन काबिज होगा, इस सवाल का जवाब तो भविष्य के गर्भ में छिपा है, लेकिन चुनाव के नतीजों में कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
मुस्लिम बहुल आबादी वाले राज्य में बीजेपी अब दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। कहना गलत नहीं होगा कि उसे अपनी अल्पसंख्यक विरोधी पार्टी की छवि बदलने में इन नतीजों से काफी मदद मिलेगी। बीजेपी अगर सरकार न भी बना पाए तो भी घाटी के इतिहास में उसके पहली बार विपक्ष में आना तय माना जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के वर्तमान सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला दो जगह बीरवाह और सोनावार से मैदान में उतरे थे। अब्दुल्ला दोनों ही सीटों से चुनाव हार गए। उन्हें पीडीपी प्रत्याशी अशरफ मीर ने शिकस्त दी। सत्ता पर काबिज अब्दुल्ला का अपनी सीट हार जाना बेहद अप्रत्याशित रहा। हालांकि, अब्दुल्ला ने ट्वीट करके अशरफ को अपना लोकल एमएलए बनने की बधाई दी।
झारखंड के पूर्व सीएम और जय भारत समानता पार्टी के प्रत्याशी मधु कोड़ा मझगांव सीट से चुनाव हार गए। उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा के निरल पूर्ति ने करीब 11 हजार वोटों से हराया। खास बात यह है कि आदिवासी नेता मधु कोड़ा का अपने क्षेत्र में काफी प्रभाव माना जाता है। ऐसे में उनका हारना बेहद अप्रत्याशित नतीजा माना जा सकता है।