लखनऊ 1 जून : शिया वक्फ बोर्ड में हो रही नाइंसाफियों और सरकार की योजनाबद्ध तरीके से वक्फ बोर्ड में वसीम रिजवी को लाए जाने के खिलाफ मुस्लिम महिला जागरुक मंच और कनीजाने जहरा की भूख हड़ताल में आज सुबह ग्यारह बजे से एक दिन के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित और हिम्मत बढ़ाने के उद्देश्य से मौलाना सैयद कल्बे आबिद मरहूम की बहन मरजिया षमसी जिनकी उम्र 86 साल है और मौलाना कल्बे जवाद नकवी की पत्नी भी शामिल हुईं। इस अवसर पर लखनऊ की महिलायें भी बड़ी संख्या में छोटे इमामबाडे पहुंच गई और सरकार के खिलाफ नारे बाजी की।
इस अवसर पर मरजिया षम्सी ने कहा कि हम वक्फ सुरक्षा के लिए आए हैं क्योंकि इमाम की संपत्तियां लुट रही हैं और हम इसे लुटता हुआ नहीं देख सकते। यह हमारा राष्ट्रीय व मिली कर्तव्य है। मेरे भाई मौलाना कल्बे आबिद ने अजादारी और वक्फ की हिफाजत के लिये आंदोलन शुरू क्या था और मेरा बेटा इस आंदोलन को आगे बढ़ा रहा है मैं भी उसके समर्थन में आगे आई हों ।बड़ी हिम्मत वाली है यह महिलायें जो इमाम की संपत्ति और वक्फ की सुरक्षा के लिए इतनी बड़ी कुर्बानी दे रही हैं।
षबी फातिमा ने कहा कि जो लोग ये कह रहे हैं कि मौलाना कल्बे जव्वाद जांच से बचने के लिए यह सब करवा रहे हैं वह पहले अपने गिरेबान में झाँक कर देखें । शियिा कॉलेज में उनके कितने घोटाले और बे इमानियाँ हैं पूरी कौम जानती है जब उन पर मुसीबत पड़ती है तो वह भी मौलाना कल्बे जव्वाद को ही याद करते हैं .मोलाना कल्बे जव्वाद अगर जांच से बचना चाहते तो कभी वक्फ समपत्यिों की सीबीआई जांच की मांग न कर रहे होते । सरकार के खरीदे हुए मौलवी ऐसे बयान न दें जिससे कौम का अपमान हो । कोम सब जानती है कि कौन केसा हे।
दिन मै करीब एक बजे मुस्लिम महिला जागरुक मंच की अध्यक्ष षबी फातिमा बेहोश हो गईं। इस समय महिलाओं का उत्साह बढ़ गया और नारेबाजी शुरू हो गई .वाजह रहे महिलाओं की हालत बहुत नाजुक है और गोलोकोज चढ़ाया जा रहा है।