लखनऊ:अलविदा जुमा की नमाज शुक्रवार को अदा करने के बाद मौलाना कल्बे जव्वाद ने हजारों लोगों के साथ शिया वक्फ बोर्ड में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुरू किया। वक्फ मंत्री आजम खां के खिलाफ भीड़ ने जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए। देखते ही देखते भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। तनाव को बढ़ता देख पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी घायल भी हो गए। एक प्रदर्शनकारी की मौत की सूचना है। पुलिस लाठी चार्ज मैं शिया धर्मगुरु मौलाना सय्यद कल्बे जावद और उनके भाई शमील शम्सी के भी चोट आई है.
जानकारी के मुताबिक, मुफ्तिगंज निवासी कर्रार हुसैन की ट्रामा सेंटर में मौत हो गई है। लाठीचार्ज में घायल होने पर उन्हे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक आरोपी को जेल नहीं भेजा जाएगा, वे यहां से नहीं जाएंगे। प्रदर्शनकारियों ने पूरे शहर को जाम करने का अल्टीमेटम दिया। पूरे शहर में चौराहों को जाम करने का एलान किया है। शहर में तनाव को देखते हुए प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की है।
मौलाना कल्बे जव्वाद ने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खां पर आरोप लगाया कि वह वक्फ बोर्ड को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने एक बार उनसे कहा था कि न कोई वक्फ बाकी रहेगा और न ही वक्फ बोर्ड की जरूरत पड़ेगी।
आरोपियों की हो गिरफ्तारी
मौलाना ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुतवल्लियों की मतदाता सूची में कांट-छांट की गई है। उसे ठीक किया जाए। मुतवल्ली मतदाताओं की संख्या बढ़ाई जाए, जो कि पूर्व अध्यक्ष और कर्मचारियों की मिलीभगत से कम किया गया है।
पूरे उत्तर प्रदेश और राजधानी मे भी जुमातुल विदा की नमाज़ बड़ी श्रद्धा और उल्ल्हास से अदा की गयी. राजधानी मे जुमातुल विदा की सब से बड़ी जमात टीला शाह पीर मोहम्मद और असिफ़ी मस्जिद मे हज़ारों नमाज़ियों ने पढ़ी. टीला शाह पीर मोहम्मद की नमाज़ मस्जिद के इमाम मौलाना शाह फज़लुर रेहमान वाइज़ी और असिफ़ी मस्जिद की नमाज़ मौलाना सय्यद कल्बे जवाद की पीछे पढ़ी गयी.
हज़ारों नमाज़ियों का नमाज़ से पहले ही इन दोनों मस्जिदों मे पहुंचना शुरू होगया था. सुन्नी मुसलमानों की नमाज़ टीले की मस्जिद के इमाम ने अदा कराई जबकि शिया मुसलमानों ने अलविदा की नमाज़ मौलाना कल्बे जवाद ने अदा कराई. सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच दोनों स्थानों पर नमाज़ सकुशल होने के समाचार हैं.
आज के दिन को यौम अल क़ुद्स के तौर से भी मनाया जाता है, यूरोस्लाम मे इस्लाम के पहले क़िब्ले (वह दिशा और दशा ,जिस ओर मुँह करके नमाज़ अदा की जाती है,बाद मे सऊदी अरब स्थित पवित्र मक्का की तरफ मुँह करके नमाज़ का आदेश हुवा ) )पर इसरायली क़ब्ज़े के विरुद्ध धरना प्रदर्शन भी किया जाता है.
प्रदर्शनकारियों ने मीडिया पैर भी हमला किया और एक चैनल के कैमरामैन को उस वक़्त लोगों ने अपना निशाना बनाया जो एक पीटे जारहे पुलिस वाले को बचाने का अनुरोध केर रहा था.
जुलूस मे शामिल एक धर्मगुरु मोहम्मद मिया अब्दी के गंभीर चोट आई है. इस दौरान घटना स्थल पैर मौजूद धरना दे रहे उलेमा और समर्थकों की एक बार फिर पुलिस से मामूली कहा सुनी हुवी . धरने देने वालों की मांग है की आज़म खान को अखलेश सरकार से तुरंत बर्खास्त किया जाये और इस पूरे मामले की उच्च जाँच के साथ पुलिस के अधिकारीयों को निलंबित करके उनपर फौजदारी मुक़दमा चलाया जाये .