लखनऊ, खान बहादुर सैयद अहमद हुसैन रिज़वी ताजर तम्बाकू को कौननहीं जानता .खान बहादुर साहब केवल एक सफल व्यापारी ही नहीं थे बल्कि उनके मिली समाज सेवा लखनऊ वाले कभी भुला नहीं सकेंगे. इस शानदार कोठी मे फिल्म की शूटिंग को लेकर कौतूहल मचा हुवा है.यहाँ रहने वालों का कहना है की खान बहादुर की वसीयत के अनुसार इस जगह पर किसी भी तरह की ग़ैर इस्लामिक कार्रवाई नहीं हो सकती .इस सिलसिले में खान बहादुर अहमद हुसैन के परिजन मे से एक फरीद रिज़वी ने सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड से शिकायत की और बोर्ड ने फिल्म की शूटिंग रुकवाने के सिलसिले में लखनऊ के जिला अधिकारी को पत्र लिक्ख कर अपनी आपत्ति जताई है.
अहमद हुसैन का देहांत १९५५ मे हुआ. मृत्यु से पहले १९४० में उन्होंने अपनी सभी संपत्तियों को समर्पित अपनी सम्पति फैमिली के तहत सुनी वक्फ बोर्ड में पंजीकरित करा दी थी. इस वसीयत नामा में उनके निवास कोठी “अहमद मंजिल” और इससे सटे मकान भी शामिल हैं. इस कोठी में खान बहादुर साहिब के परिवारजनों के कई परिवार रहते हैं .ोकफ पत्र की शर्तें ोज़वाब् के अनुसार निवास किसी भी गैर इस्लामी और वाणिज्यिक उद्देश्य के लिये प्रयोग नहीं किया जासकता परंतु इधर पांच छह साल के समय से वक़्फ़ के मुतवल्ली की इजाज़त से एकतरफ़ा तौर पर फिल्मों शूटिंग का सिलसिला चल रहा है हालांकि यहाँ की अधिकांश महिलाएं इस गैर कानूनी और अवैध क्रिया की विरोधी हैं. शूटिंग का यह सिलसिला एकतरफा किया गया और वक़्फ़ मुतवल्ली ने संपत्ति के अन्य परिवारजनों से भी आपसी राय सलाह या अनुमति नहीं ली. इसके अलावा वक़्फ़ का हिसाब किताब मांगने के बावजूद वर्षों से नहीं दिखाया जाता.
सारे फैसले एकतरफ़ा किए जाते हैं .कोठी के अंदर यानी ज़नान खाने से लेकर मर्दाना हिस्से में शूटिंग टीम के दर्जनों लोग स्वतंत्र घूमते रहते हैं .रात रात भर शूटिंग का सिलसिला चलता रहता हे.घर महिलाओं और बच्चों बच्चों को कड़ी परेशानियों का सामना है . कोठी के गेट पर तमाशाईकी भीड़ लग जाती है.इससे पहले भी शूटिंग के दौरान सुनी वक्फ बोर्ड से परिवारजनों द्वारा उनके कानूनी उल्लंघन की शिकायत दर्ज कराई गई लेकिन सुनी वक्फ बोर्ड और प्रशासन की ओर से कार्रवाई करने करने मे देरी बरती गई.
पिछले सप्ताह फिर एक बार शूटिंग की तैयारियां शुरू कर दी गई है इस बार भी शिकायतें दर्ज कराई जा चुकी है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.
फरीद रिजवी ने बताया कि अभी तक प्रशासन ने शूटिंग पर नियम संवत कार्रवाई नहीं की है .