संयुक्त राष्ट्र महासभा के 68वें अधिवेशन में ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के ऐतिहासिक भाषण से क्रोधित ज़ायोनी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू ने इस भाषण को भ्रम पैदा करने वाला एवं निंदनीय बताया है।
मंगलवार को भाषण के तुरंत बाद जारी एक बयान में नेतनयाहू ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे पाखंड से भर बताया।
हालांकि, ईरानी राष्ट्रपति के भाषण के दौरान हॉल में इस्राईली प्रतिनिधिमंडल उपस्थित नहीं था।
नेतनयाहू ने कहा कि यह अच्छी बात है कि हॉल में इस्राईली प्रतिनिधिमंडल उपस्थित नहीं था, मैं इस्राईली प्रतिनिधिमंडल को इस सनकी जनसंपर्क का भाग बनने की अनुमति दे सकता।
ज़ायोनी प्रधान मंत्री ने यह भी कहा कि ईरान परमाणु हथियार विकसित करने हेतु समय व्यतीत कर रहा है।
नेतनयाहू ने कहा कि वह इस मुद्दे को अगले सप्ताह ओबामा के साथ होने वाली बैठक में उठायेंगे।
यह ऐसी स्थिति में है कि जब ईरानी राष्ट्रपति डा. हसन रूहानी ने मंगलवार को राष्ट्र संघ की महासभा के अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा है कि इस्लामी गणतंत्र ईरान विश्व के लिए ख़तरा नहीं है और तेहरान अपने परमाणु कार्यक्रम में पूर्ण पारदर्शिता हेतु वार्ता के लिए तैयार है। s.m