नई दिल्ली। इराक के तिकरित में फंसी 46 में से 41 भारतीय नर्सो को आइएसआइएस के आतंकियों ने अपने कब्जे में ले लिया है। खबर है कि यह आतंकी उन्हें एक बस में बिठाकर तिकरित के अस्पताल से अपने साथ ले गए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने इस मुद्दे पर मीडिया को जानकारी देते हुए यह माना कि कुछ नर्सो की जगह को बदला जा रहा है। उन्होंने यह भी माना कि जिन नर्सो की जगह बदली गई है उसके लिए वह तैयार नहीं थीं। उन्होंने कहा कि सभी नर्से सुरक्षित हैं और भारतीय दूतावास नर्सो के संपर्क में है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी देने से साफ मना कर दिया कि नर्सो को कहा ले जाया जा रहा है। प्रवक्ता ने यह जरूर कहा कि उनकी सुरक्षा को देखते हुए ही उनकी जगह को बदला गया है। उन्होंने यहां पर हुए धमाकों की खबरों को निराधार बताते हुए कहा कि जहां नर्से ठहरी हुई हैं वहां कोई ग्लास टूटा था जिसकी वजह से कुछ नर्सो को चोट आई हैं।
वहीं, केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने दावा किया है कि आतंकी सभी 46 नर्सो को साथ ले गए हैं। इसे लेकर आज चांडी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मुलाकात की थी। गौरतलब है कि इराक में आतंकियों और सरकारी सेना के बीच चल रही जंग के बीच कई भारतीय नर्सो समेत कई अन्य भारतीय नागरिक वहां पर फंसे हुए हैं।
अभी तक भारत सरकार कई भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालने में कामयाब रही है। इस मामले में पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इस मामले में कुछ नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मामले में हर संभव मदद के लिए तैयार है।