यूपी में नाम बदलने का सिलसिला फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है. अयोध्या में मुख्या मंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि आज से फैजाबाद जिले का नाम अयोध्या कर दिया गया है. उन्होंने दीपावली की पूर्व संध्या पर एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए यह ऐलान किया. योगी ने कहा कि अयोध्या के साथ कोई अन्याय नहीं कर सकता है.
फ़ैज़ाबाद की स्थापना अवध के पहले नबाव सादत अली ख़ाँ ने 1730 में की थी और उन्होंने इसे अपनी राजधानी बनाया, लेकिन वह यहाँ बहुत कम समय व्यतीत कर पाए। तीसरे नवाब शुजाउद्दौला यहाँ रहते थे और उन्होंने नदी के तट 1764 में एक दुर्ग का निर्माण करवाया था; उनका और उनकी बेगम का मक़बरा इसी शहर में स्थित है। 1775 में अवध की राजधानी को लखनऊ ले जाया गया। 19वीं शताब्दी में फ़ैज़ाबाद का पतन हो गया।
माना जा रहा है कि लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी हिंदूत्व को बढ़ावा देने में जुटी हैं. योगी ने कहा कि हम सत्ता में इसलिए आए हैं ताकि अयोध्या के साथ कोई अन्याय ना हो. हर भारतीय जानता है कि अयोध्या क्या चाहता है. हालांकि उन्होंने राम मंदिर का नाम नहीं लिया.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद का नाम बदलने का विरोध करने वालों को जवाब दिया. योगी ने कहा कि नाम ही हमारी गौरवमयी परंपरा से जोड़ता है, इसलिए प्रयागराज नाम क्यों नहीं होगा.
योगी आदित्यनाथ ने कहा ‘लोग कह रहे हैं क्यों इलाहाबाद का नाम बदल दिया, नाम से क्या होता है? मैंने कहा तुम्हारे मां-बाप ने तुम्हारा नाम रावण और दुर्योधन क्यों नहीं रख दिया?’
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इतना ही नहीं योगी ने विरोधियों को कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा ‘नाम का बड़ा भारी महत्व होता है. इस देश में सबसे ज्यादा नाम राम से जुड़ते हैं. अनुसूचित समाज में सबसे ज्यादा नाम कोई जुड़ा है तो राम जुड़ा है कोई व्यक्ति अपने साथ जोड़ता है तो राम का नाम जोड़ता है. नाम का ही महत्व है, नाम हम सबको हमारी गौरवमयी परंपरा से जोड़ता है, इसलिए प्रयागराज नाम क्यों नहीं होगा.’
याद रहे फैज़ाबाद एक शिया नवाब ने बसाया था और शियों ने इस नाम बदलने की प्रक्रिया को पसंद नहीं किया है