हिंसा पर प्रियंका गांधी के अलावा अखिलेश-मायावती बरसे सिंगूर, नंदीग्राम, भट्टा पारसौल की लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है. लिस्ट में शामिल नया नाम उत्तर प्रदेश का उन्नाव जिला है. उन्नाव में जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने शनिवार को धरना प्रदर्शन किया तो उन पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया. किसान भी बेकाबू हो गए और पुलिस से उनकी हिंसक भिड़ंत हुई.
उन्नाव में शनिवार को किसान उस समय उग्र हो गए जब उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीएसआईडी) आवासीय परियोजना ‘ट्रांस गंगा सिटी प्रोजेक्ट’ के तहत निर्माण कार्य शुरू किया गया. किसानों को जब इसकी भनक लगी तो वो जमीन का उचित मुआवजे की मांग के साथ वहां पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे.
उत्तर प्रदेश में किसानों को ट्रांस गंगा सिटी प्रोजेक्ट की ज़मीन के उचित मुआवज़े की जगह भाजपा की लाठी मिल रही है, गन्ने का मूल्य नहीं मिल रहा, खड़ी फसल आवारा पशु खा रहे हैं, देश में अन्नदाताओं की आत्महत्याएं बढ़ती जा रही हैं… क्या भाजपा के राज में विकास की यही परिभाषा है. pic.twitter.com/MKPJcb4a4C
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 17, 2019
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प्रदर्शनकारी किसानों के उग्र तेवर देखते हुए प्रशासन हरकत में आया और उसने बातचीत का सिलसिला शुरू किया. मामले को सुलझाने के लिए अपर पुलिस अधीक्षक और अपर जिला मजिस्ट्रेट को मौके पर भेजा गया, लेकिन मामला शांत नहीं हो सका. हालांकि, बातचीत के दौरान दोनों पक्ष आक्रोशित हो गए. इस बीच पथराव शुरू हो गया जिसमें पुलिस अफसर समेत कई लोग घायल हो गए जिसमें बड़ी संख्या में किसान भी घायल हुए.
उप्र के CM क्या केवल किसानों पर लच्छेदार भाषण ही दे पाते हैं? क्योंकि भाजपा सरकार में किसानों का अपमान ही होता रहता है। उन्नाव में जमीन का मुआवज़ा माँग रहे किसानों की पुलिस ने बेरहमी से पिटाई कर दी। महिला किसानों को भी पीटा गया। किसानों की जमीन ली है तो मुआवजा तो देना ही होगा। pic.twitter.com/7vtvejf68z
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 16, 2019
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण के लिए पानी की बौछार, आसूं गैस और लाठीचार्ज कर तितर-बितर करने की कोशिश की. हालांकि, इस दौरान पुलिस का बर्बर चेहरा भी दिखा और उसने कई किसानों पर जमकर लाठियां भी बरसाई. किसानों के साथ हुए इस बर्बर सुलूक पर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी , यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अलावा मायावती ने भी इस घटना की आलोचना की और अन्नदाता पर लाठी भांजने को निंदनीय करार दिया.
उप्र सरकार को उन्नाव में पिछले कई दिनों से चल रहे जमीन मुआवजे के विवाद/हिंसा के लगातार उलझते जा रहे मामले को जमीन मालिकों के साथ बैठकर जल्दी सुलझाना चाहिए ना कि उनके ऊपर पुलिस लाठीचार्ज व उनका शोषण आदि कराना चाहिये जो अति-निन्दनीय है। इसे सरकार को अति गम्भीरता से लेना चाहिये।
— Mayawati (@Mayawati) November 18, 2019