संयुक्त राष्ट्र संघ में रूस के राजदूत विटैली चोरकिन ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र संघ के जांच दल की रिपोर्ट में इस बात का कोई उल्लेख नहीं है कि रासायनिक हमला किसने किया था।
विटैली चोरकिन ने न्यूयार्क में मीडिया से बातचीत में कहा कि रिपोर्ट बहुत टेक्निकल है, इसकी गहन समीक्षा की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसे पढ़ने वाले लोग अलग अलग निष्कर्ष निकाल सकते हैं किंतु हम आशा करते हैं कि राजनीति से प्रेरित होकर निष्कर्ष न निकाले जाएं।
ज्ञात रहे कि संयुक्त राष्ट्र संघ के जांचदल की रिपोर्ट आ जाने के बाद अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुज़ैन राइस ने कहा कि इससे प्रमाणित हो गया कि रासायनिक आक्रमण के लिए दमिश्क़ सरकार को ज़िम्मेदार ठहराने का हमारा पक्ष बिल्कुल सही था। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र संघ में अमरीका की राजदूत सामन्था पावर ने कहा कि जांच से पता चला है कि दमिश्क़ सरकार के पास ही यह आक्रमण करने की क्षमता थी। रूसी राजदूत ने कहा कि इस विचार को ख़ारिज नहीं किया जा सकता कि संभावित रूप से चरमपंथियों ने अन्य देशों को बश्शार असद सरकार के विरुद्ध उत्तेजित करने के लिए यह हमला किया है। उन्होंने कहा कि निष्कर्ष निकालने में जल्दबाज़ी न की जाए।
38 पृष्ठों पर आधारित रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र संघ के उस जांचदल ने तैयार की है जिसने गत महीने ग़ोता शरक़िया नामक क्षेत्र का निरीक्षण किया था जहां रासायनिक हमला हुआ था। टीम ने प्रभावित लोगों तथा परिसर से 30 नमूने लिए थे।