अफ़ग़ानिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा संस्था के प्रवक्ता ने बताया है कि तालेबान सरग़ना मुल्ला उमर मर चुका है।
अब्दुल हसीब सिद्दीक़ी ने काबुल में अफ़ग़ान एवं विदेशी पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रमाणों व सुबूतों तथा तालेबान गुट के बड़े कमांडरों के व्यवहार के आधार पर कहा जा सकता है कि मुल्ला उमर अब ज़िंदा नहीं है।
उन्होंने कहा कि तालेबान गुट के एक कमांडर मौलवी अख़तर मंसूर ने अपने विश्वस्त लोगों को मुल्ला उमर के आदेश के नाम पर महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त कर दिया है और यह बात मुल्ला उमर के जीवित होने को संदिग्ध बना देती है।
अफ़ग़ानिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा संस्था के प्रवक्ता ने जारी वर्ष में तालेबान को होने वाली भारी हानि की ओर संकेत करते हुए कहा कि अफ़ग़ान सेना के साथ होने वाली मुठभेड़ों में तालेबान गुट धराशायी हो चुका है और अब उसमें सीधे टकराव की शक्ति नहीं है। सिद्दीक़ी ने कहा कि तालेबान गुट ने लड़ाई के सभी मैदानों में पराजित होने के बाद अब अपनी पूरी क्षमता आत्मघाती हमलों और बम विस्फोटों पर लगा रखी है। (HN)