लखनऊ। ‘राजधानी के रामतीर्थ वार्ड से पार्षद अतुल यादव उर्फ बंटू यादव का शनिवार तड़के मेडिकल कॉलेज में निधन हो गया। समाजवादी पार्टी से पार्षद बंटू यादव को बीती एक नवंबर को उनके आवास के पास कुछ लोगों ने गोली मार दी थी। दोपहर डेढ़ बजे लखनऊ के बैकुंठ धाम भैसाकुंड पर समर्थकों की भारी भीड़ के बीच उनका अंतिम संस्कार किया गया।
गोली सिर में लगने के कारण पहले दिन से ही बंटू की हालत बेहद गंभीर बनी थी। एक हफ्ते बाद ट्रामा सेंटर में उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके समर्थकों की भीड़ को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके अलावा बंटू यादव के क्षेत्र नरही के साथ ही लखनऊ के मुख्य बाजार हजरतगंज में भी हाई अलर्ट है।
ट्रॉमा सेंटर में वेंटीलेटर पर शुक्रवार देर रात से ही बंटू यादव के ब्रेन ने काम करना बंद कर दिया था। तड़के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके निधन की खबर मिलते ही आला पुलिस अधिकारी ट्रॉमा सेंटर पहुंच गये। शहर में हिंसा की आशंका के मद्देनजर अतिरिक्त पुलिस फोर्स हजरतगंज और नरही इलाके में लगा दी गई है।
हजरतगंज के नरही में पार्षद बंटू यादव को एक नवंबर को भीड़ के बीच गोली मारकर फरार हिस्ट्रीशीटर शिव यादव को पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल तमंचे के साथ दो नवंबर को ही गिरफ्तार कर लिया था। उसके साथ अन्य नामजद आरोपी को भी पकड़ा गया। हत्थे चढ़े हिस्ट्रीशीटर ने पुलिस अफसरों के सामने बेबाकी से कहा कि बंटू की हत्या के इरादे से चार महीने से तमंचा लेकर घूम रहा था। मौके की तलाश थी। उसका कहना था कि गाली का जवाब गोली से दिया है। वहीं दूसरे आरोपी वैष्णव ने खुद को बेकसूर बताते हुए उसको राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में फंसाए जाने की बात कही।
एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि बंटू यादव पर हमले के मुख्य आरोपी शिव यादव को पुलिस, क्राइम ब्रांच और सर्विलांस सेल की टीम ने दो नवंबर को सआदतगंज के तोपखाना चौपटिया में उसके फूफा प्रभुदयाल के घर से गिरफ्तार किया था। उसके कब्जे से वारदात में इस्तेमाल .315 बोर का तमंचा, खोखा व दो कारतूस मिले थे।