लखनऊ. खून की कमी से यूपी में हर साल कई मौतें होती हैं। ऐसे में रक्दान के लिए लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से अखिलेश सरकार एक नई पहल शुरू करने जा रही है। इस योजना के तहत जो भी सरकारी कर्मचारी और अधिकारी स्वैच्छिक रक्तदान करेगा उसे आधे दिन की विशेष छुट्टी दी जाएगी। उसे अपने अधिकारी को पहले जिम्मेदारी दी जाएगी।
दरअसल, राष्ट्रिय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस एक अक्टूबर से राज्य सरकार द्वारा रक्दाताओं को प्रेरित करने के लिए एक मुहीम चलाई जा रही है। इसमें इक्षुक रक्तदाताओं का रजिस्ट्रेशन भी किया जाएगा और इस डाटा को सुरक्षित रखा जाएगा। लक्ष्य के तहत अधिकारीयों को एक लाख से अधिक रक्तदाताओं का रजिस्ट्रेशन करना है।
अखिलेश सरकार ने जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से यह व्यवस्था की है कि एक अक्टूबर से जो भी इच्छुक रक्तदाता अपना पंजीकरण कराएगा उसको उनके ब्लड ग्रुप और ब्लड शुगर की जानकारी भी मुफ्त में दी जाएगी। साथ ही इसका एक डाटाबैंक भी तैयार किया जाएगा। यह जिले और तहसील स्तर पर बनेगा। इससे यह सुविधा भी मिलेगी कि जरूरत पड़ने पर उन्हें फोन करके उनसे संपर्क भी साधा जाएगा।
प्रमुख सचिव स्वस्थ्य अरविंद कुमार ने बताया कि अब जिला स्तर पर डीएम की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स बनाई जाएगी, जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सदस्य सचिव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी रक्त कोष प्रभारी, वरिष्ठ क्षय रोग अधिकारी, एचआईवी एड्स नोडल अधिकारी और समस्त जनपद स्तरीय विभागीय नोडल अधिकारियों को सदस्य नामित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि टास्क फोर्स की बैठक प्रत्येक माह के अन्तिम सप्ताह में आयोजित कराई जाएगी, जिससे आगामी माह की रणनीति और स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों की तिथि निर्धारित की जा सके।