जैसे-जैसे सूरज की पहली किरणें हर दिशा में बढ़ने लगीं। दैनिक दिनचर्या के अनुसार, राबिया बच्चों और पति के लिए नाश्ता बनाने में बहुत व्यस्त थी। उसी समय, उसके पति अजमल ने अपना सिर माथे पर मुंड... Read more
जैसे-जैसे सूरज की पहली किरणें हर दिशा में बढ़ने लगीं। दैनिक दिनचर्या के अनुसार, राबिया बच्चों और पति के लिए नाश्ता बनाने में बहुत व्यस्त थी। उसी समय, उसके पति अजमल ने अपना सिर माथे पर मुंड... Read more
Copyright © Shahernama - All Rights Reserved