साल 2006 में निठारी कांड को लेकर देश-दुनिया में खूब हंगामा हुआ था. इस मामले में सीबीआई ने कुल 16 केस दर्ज किए थे. हाई कोर्ट ने सुरेंद्र कोली और मनिंदर पंढर की ओर से दायर कुल 14 याचिकाओं पर सुनवाई की. इनमें से दो मामलों में दोनों की मौत की सज़ा पलट दी गई है.
नोएडा: निठारी कांड को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. सोमवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने दो मामलों में आरोपी सुरिंदर कोली और मनिंदर पंधीर की मौत की सजा रद्द कर दी. हाई कोर्ट ने दोनों की मौत की सजा के खिलाफ अपील पर फैसला सुरक्षित रख लिया था. कोली पर आरोप है कि वह पंढर के घर का केयरटेकर था और घर में लड़कियां लाता था। निठारी गांव से दर्जनों लड़कियां गायब हो गई थीं. पंढर के घर के पास नाले में कई कंकाल मिले थे.
VIDEO | "Moninder Singh Pandher was acquitted in two death sentences today. There is no other case against him," says advocate Manisha Bhandari as Allahabad HC acquits Surender Koli and Pandher in the infamous Nithari serial killings case in Noida for lack of evidence. Both had… pic.twitter.com/0K83dbEfzy
— Press Trust of India (@PTI_News) October 16, 2023
आपको बता दें कि सुरेंद्र कोली को 10 से ज्यादा मामलों में मौत की सजा सुनाई गई थी. इसके साथ ही पंधीर को तीन मामलों में मौत की सजा सुनाई गई. इन दोनों ने फांसी की सजा के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी. जस्टिस अश्विनी कुमार मिश्रा और जस्टिस सैयद आफताब हुसैन रिजवी की बेंच ने यह फैसला सुनाया है.
गौरतलब है कि साल 2006 में निठारी गांव की कोठी नंबर डी-5 में एक कंकाल मिला था। इसी बीच घर के पास नाले से बच्चों के अवशेष बरामद किये गये. निठारी कांड का खुलासा लड़की पायल की गुमशुदगी की वजह से हुआ। चर्चा में आने के बाद यह पूरा मामला देशभर के लोगों के बीच फैल गया. यहां मानव अंगों के पैकेट मिले हैं. नर्क के लोगों को नाले में फेंक दिया गया।
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उत्तराखंड का रहने वाला सुरेंद्र कोली डी-5 कोठी में मोनिंदर सिंह पंढर का नौकर था। परिवार के पंजाब शिफ्ट होने के बाद दोनों एक ही घर में रह रहे थे।
दोनों आरोपियों ने दो मामलों में अपनी मौत की सजा को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी. आरोपियों ने कोर्ट में कहा था कि इन घटनाओं का कोई चश्मदीद गवाह नहीं है. वैज्ञानिक और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर ही उन्हें सजा सुनाई गई है. आरोप है कि सुरेंद्र कोली घर के पास से गुजरने वाले बच्चों को पकड़ लेता था, उनके साथ रेप करता था, मारपीट करता था और नाले में फेंक देता था. निठारी गांव के लोगों का भी कहना है कि पंढर के घर से शरीर के अंगों का सौदा होता था. कोली और पंढर बच्चों को मारकर उनके शरीर के अंग निकाल लेते थे। इन्हें विदेशों में बेचा गया।