मजलिस इ इत्तेहाद उल मुस्लेमीन के लीडर असद उद्दीन ओवैसी ने मौलाना सलमान नदवी पर आरोप लगाया है की वो बाबरी मस्जिद की जगह राम मंदिर के निर्माण वाले मोदी फॉर्मूले पर कार्यरत हैं.
असद उद्दीन ओवैसी ने स्पष्ट कहा की कुछ अन्य मौलवी भी इस अजेंडे पर काम कर रहे हैं.
अयोध्या विवाद सुलझाने के लिए मौलाना नदवी ने कहा था कि मुसलमानों को राम मंदिर के नाम पर जमीन छोड़ देनी चाहिए. साथ ही मस्जिद को कहीं और बनवा लेना चाहिए.
मौलाना सलमान नदवी ने कहा था कि बैठक में असदुद्दीन ओवैसी ने हंगामा करने वालों का साथ दिया. उन्होंने कहा था कि अब वह बोर्ड की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे. उन्होंने आरोप लगाया था कि बोर्ड पर कुछ लोगों का कब्जा है और तानाशाही चल रही है और यहां तक कि उन्हें RSS का एजेंट करार दिया गया. उन्होंने कहा था कि बोर्ड का फैसला शरीयत नहीं है और इस्लाम सबका है अकेले बोर्ड का नही है.