उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शिया सेंट्रल वक्फ़ बोर्ड में वसीम रिज़वी की चेयरमैन के रूप में नियुक्ति व भ्रष्ट सदस्यों को लाए जाने के ख़िलाफ़ प्रदेश की समाजवादी सरकार के विरुद्ध लगातार चल रहे विरोध प्रदर्शन में तेज़ी आ रही है।
ज्ञात रहे वसीम रिज़वी के ख़िलाफ़ हाई कोर्ट में मुक़द्दमा दर्ज है इसलिए वक्फ़ बोर्ड के चेयरमैन के रूप में उनकी नियुक्ति को अवैध माना जाता है।
लगभग दस दिनों से लखनऊ के छोटे इमामबाड़े के बाहर भूख हड़ताल पर बैठी महिलाओं की हालत बिगड़ती जा रही है, कल देर रात तीन महिलाओं की तबीयत ज़्यादा ख़राब होने के कारण उनको लखनऊ के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शुक्रवार को लखनऊ शहर की मातमी अन्जुमनों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर नमाज़े जुमा के बाद बड़े इमामबाड़े में ताला डाल दिया। विश्व प्रसिद्ध आसफ़ी इमामबाड़ा, बड़े इमामबाड़े के नाम से जाना जाता है और पूरे विश्व से बड़ी संख्या में पर्यटक उसे देखने जाते हैं किन्तु ताला पड़ जाने से अब वे बड़ा इमामबाड़ा और भूल भलयाँ नहीं देख पायेगें।
हमारे संवाददाता के अनुसार 4 जून को भारत के वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना सैयद कल्बे जवाद नक़वी के आवास पर हुई मातमी अन्जुमनों की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि 14 जून रविवार को राज्य सरकार की नाइंसाफियों के ख़िलाफ़ नाज़िम साहब का इमामबाड़ा विक्टोरिया स्ट्रीट से जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा और यह आंदोलन तबतक जारी रहेगा जबतक राज्य सरकार लखनऊ के शिया समुदाय की मांगों को पूरा नहीं करती।
प्राप्त सूचना के अनुसार जेल भरो आंदोलन के तहत उत्तर प्रदेश में गिरफ़्तारियां दि जाएंगी। हमारे संवाददाता के अनुसार जुमे की नमाज़ के बाद हुए प्रदर्शन में लखनऊ के इमामे जुमा मौलाना कल्बे जवाद ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जितनी सरकारें आई हैं, उनमें सबसे ज़्यादा भ्रष्ट सरकार समाजवदी पार्टी की सरकार रही है, मौलाना ने मुज़फ़्फ़रनगर जैसे बड़े दंगों में सरकार का ही हाथ था, उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार के हाथ हिंदू और मुसलमानों के ख़ून से रंगे हुए हैं।
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि 2017 में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में हिंदू और मुसलमान दोनों इस दमनकारी सरकार को माफ़ नहीं करेगें।
मोलाना ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि हमारा विरोध इबादत है, क्योंकि हम इमाम हुसैन (अ.स) की संपत्ति की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं और इमाम की संपत्ति की सुरक्षा करना हम सब के लिए अनिवार्य है।
आज नमाज़े जुमा के बाद उत्तर प्रदेश के अलग अलग शहरों में भी नमाज़ियों ने प्रदेश की समाजवादी सरकार के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किए और अपने अपने ज़िले के ज़िला अधिकारियों को ज्ञापन दिया।
लखनऊ में हुए आज के प्रदर्शन में शहर की अधिकतर मातमी अन्जुमनों और हज़ारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे साथ ही बड़ी संख्या में शिया धर्मगुरु भी इस विरोध प्रदर्शन में मौजूद रहे।